खबर शहर , मोहिनी तोमर हत्याकांड: अधिवक्ता और उसके तीन बेटे गिरफ्तार; 10 दिन की रिमांड मंजूर, पुलिस उगलवाएगी सच – INA

उत्तर प्रदेश के कासगंज में अधिवक्ता मोहिनी तोमर हत्याकांड में पुलिस ने चार आरोपियों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपियों का चिकित्सीय परीक्षण कराने के बाद उन्हें कोर्ट में पेश कर रिमांड मांगी। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने 10 दिन की रिमांड मंजूर की। इस प्रकरण में निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर अधिवक्ता शनिवार को भी हड़ताल पर रहे। अभी दो नामजद आरोपी फरार हैं।

मोहिनी तोमर हत्याकांड में पति बृजतेंद्र तोमर ने छह आरोपियों के खिलाफ पांच सितंबर की रात को मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने एफआईआर दर्ज होने के 30 घंटे के अंदर ही शनिवार की सुबह चार आरोपियों एडवोकेट मुस्तफा कामिल उनके पुत्र एडवोकेट असद मुस्तफा, एडवोकेट हैदर मुस्तफा व विधि छात्र सलमान निवासी मोहल्ला योगमाया सोरों को गिरफ्तार कर लिया। दोपहर में चारों आरोपियों का चिकित्सीय परीक्षण कराया गया। यहां से उन्हें जिला न्यायालय लाया गया।


पुलिस ने चारों हत्यारोपियों की रिमांड मांगी। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा आरोपियों की दस दिन की रिमांड मंजूर की गई। वहीं बार एसोसिएशन शनिवार को भी निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए हड़ताल पर रही। अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार भारती ने बताया कि पुलिस ने छह में से चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चारों आरोपियों की 10 दिन की रिमांड मंजूर हो गई है। अन्य आरोपियों के नाम भी प्रकाश में आए हैं। साक्ष्य संकलित किए जा रहे हैं।
 


यह था घटनाक्रम

अधिवक्ता मोहिनी तोमर 3 सितंबर मंगलवार की दोपहर में 2 बजे के बाद जिला न्यायालय से लापता हो गई थीं। 4 सितंबर की शाम करीब 6:30 बजे रेखपुर माइनर में महिला का अर्द्धनग्न अवस्था में शव मिला। शव फूला हुआ था और चेहरा काफी खराब हो चुका था। इसलिए शव की शिनाख्त पति बृजतेंद्र तोमर व मृतका की बहन रजनी ने हाथ पर कट के निशान व कंगन से मोहिनी तोमर के रूप में की। 
 


5 सितंबर की रात में पति ने छह आरोपियों के खिलाफ अपनी पत्नी को अगवा कर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया। 7 सितंबर की सुबह पुलिस ने छह में से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।
 


कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने भी की मुलाकात

पूर्व मंत्री नकुल दुबे के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने जिला न्यायालय पहुंचकर अधिवक्ताओं से मुलाकात की और घटनाक्रम की जानकारी ली। इसके बाद अधिवक्ता के घर पहुंचकर उन्हें सांत्वना देते हुए सीबीआई जांच व दोषियों की शीघ्र गिरफ्तारी की मांग की। राज्य में कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए।


Credit By Amar Ujala

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