खबर शहर , Agra News: सिपाही को गोली मारने वाले खनन माफिया के सात गुर्गे गिरफ्तार, पुलिस पर घरों में तोड़फोड़ का आरोप – INA

ताजनगरी आगरा के खेरागढ़ में खनन का ट्रैक्टर रोके जाने पर खेरागढ़ में सिपाही को गोली मारने और इंस्पेक्टर की गाड़ी में टक्कर मारने के मामले में कई जगह दबिश दी गई। पुलिस ने खनन माफिया के सात गुर्गों को गिरफ्तार किया है। दो ट्रैक्टर-ट्रॉली और तीन बाइकें बरामद की गई हैं। इस दौरान पुलिस पर गुर्गों के घरों में तोड़फोड़ करने के आरोप भी लग रहे हैं। वहीं पुलिस का कहना है कि दबाव बनाने के लिए परिजन ने खुद तोड़फोड़ की है।

खेरागढ़ में शनिवार को बालू से भरी ट्रॉली कीचड़ में फंस गई थी। इसकी सूचना पर एसआई वरदानी लाल टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस को देखकर खनन माफिया ने गोलियां चलाईं। सिपाही अजय कुमार के सिर में गोली लगी। जब इंस्पेक्टर जीप से घायल सिपाही को लेकर आगरा आ रहे थे, तो भी माफिया और उसके गुर्गों ने उनकी गाड़ी में ट्रैक्टर से टक्कर मारी।


पुलिस ने छह टीमें बनाकर धौलपुर और खेरागढ़ क्षेत्र के खनन माफिया और उसके गुर्गों की गिरफ्तारी के लिए रातभर दबिश दीं। शाम तक सात गुर्गे पकड़े गए। चार ट्रैक्टर-ट्रॉली और तीन बाइकें बरामद हुई हैं। कई जगह आरोपी ठिकाने छोड़कर भाग निकले।


डीसीपी पश्चिमी सोनम कुमार ने बताया कि पुलिस टीम पर फायरिंग करने वालों की धरपकड़ के लिए दबिशें दी जा रही हैं। इस मामले में 18 अज्ञात लोगों के विरुद्ध जानलेवा हमला, सरकारी कार्य में बाधा, खनन अधिनियम सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। हालांकि पुलिस के हाथ तमंचे से सिपाही को गोली मारने वाला नहीं आया है। गोली मारने वाला खेरागढ़ का बताया जा रहा है।
 


इनकी हुई गिरफ्तारी

खेरागढ़ निवासी नेमी कुशवाह, मोहर सिंह और मुकेश अग्रवाल, धौलपुर निवासी राजपाल, योगेश, विजय और विनय सिंह को गिरफ्तार किया गया है।
 


पहाड़ी का नगला में तोड़फोड़

पुलिस ने खेरागढ़ के पहाड़ी के नगला में दबिश देकर मोहर सिंह को पकड़ा। परिजन का आरोप है कि दबिश के दौरान पुलिस ने घरों पर गुस्सा उतारा। तोड़फोड़ की। हालांकि पुलिस ने तोड़फोड़ से इन्कार किया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी धरपकड़ के डर और दबाव बनाने के लिए अफवाह फैला रहे हैं। पुलिस का कहना है कि खनन माफिया का नेटवर्क कई स्तर पर है। पुलिस की लोकेशन देने वाले भी गैंग का हिस्सा हैं।
 


तमंचा देख घबरा गए पुलिसकर्मी

खनन माफिया ने सिपाही को तमंचे से गोली मारी थी। खनन के ट्रैक्टर के फंसने की सूचना पर पुलिस बल दरोगा के साथ गया था। सभी पुलिसकर्मियों के पास आधुनिक हथियार थे। तमंचे से गोली चलाने से पुलिस टीम घबरा गई। पुलिस ने जवाबी गोली क्यों नहीं चलाई? इस पर सवाल उठ रहा है। 
 


एसआई ने थाने में दर्ज कराए केस में जिक्र किया है कि फायरिंग से इलाके में दहशत फैल गई। ग्रामीणों ने घरों के दरवाजे, खिड़कियां तक बंद कर लिए। खनन माफिया ने पुलिसकर्मियों पर ट्रैक्टर चढ़ाने की कोशिश की। पुलिस जीप में टक्कर मार दी। गाली-गलौज की।


Credit By Amar Ujala

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