खबर शहर , Shuklaganj: बेकाबू कार ने युवक को रौंदा, मौत से मचा कोहराम, गणेश महोत्सव पंडाल के बाहर हुआ हादसा, चार घायल – INA

गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के सीताराम कालोनी मोहल्ला स्थित द्वारिका कंपाउंड के पास शुक्रवार की रात गणेश महोत्सव पंडाल में शयन आरती के बाद निकली भीड़ के बीच से तेज रफ्तार से निकली कार की चपेट में आकर पूर्व सभासद के बेटे की मौत हो गई। चार अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। कार का पीछाकर पब्लिक ने पकड़कर पुलिस को सौंप दिया है। घटना के बाद बवाल की आशंका से एसपी के निर्देश पर मौके पर पुलिस व पीएसी तैनात की गई है।

द्वारिका मोहनी कंपाउंड के पास गणेश महोत्सव का आयोजन हो रहा है। शुक्रवार रात लगभग 11:30 बजे शयन आरती बाद भक्तों की भीड़ पंडाल से बाहर निकली। तभी तेज रफ्तार कार एक युवक को रौंदते हुए चार लोगों को टक्कर मारते हुए निकल गई। इस हादसे में गंभीर रूप से घायल मिश्रा कालोनी निवासी पूर्व सभासद राधा किशन गुप्ता के पुत्र राजेश गुप्ता (35) व राजेश की चार साल की बेटी को कानपुर के हैलट अस्पताल भेजा गया। जबकि अन्य घायल द्वारिका मोहिनी कंपाउंड निवासी अदिति सिंह (15), श्रुति रावत (14) व रिया त्रिवेदी (19) को शुक्लागंज के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।


हैलट में इलाज के दौरान रात में ही पूर्व सभासद के पुत्र राजेश गुप्ता की मौत हो गई। कानपुर पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। उधर, हादसे की सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अनुराग सिंह समेत भारी फोर्स मौके पर पहुंच गया। अपर पुलिस अधीक्षक अखिलेश सिंह और सीओ सिटी सोनम सिंह ने भी पहुंचकर घटना की जानकारी ली। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि कार को पुलिस ने कब्जे में ले लिया है। कार चालक संदीप कुमार निवासी बेनीपुरवा जिला जालौन हाल पता जोगाभोगा शुक्लागंज एवं दीपक कुमार निवासी ग्राम छापेटी जिला इटावा हाल पता कानपुर सिविल लाइन को पकड़ लिया गया है। सभी के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर . की कार्रवाई की जाएगी।

 


वहीं, घटना के प्रत्यक्षदर्शी गणेश महोत्सव के आयोजक अमर कुमार ने बताया कि कार काफी तेज रफ्तार से जा रही थी। गनीमत रही की पंडाल के अंदर नहीं घुसी अन्यथा अन्य कई लोगों की जान चली जाती।
वहीं, शनिवार को हंगामा और बवाल की सूचना पर दंगा नियंत्रण वाहन के साथ मृतक राजेश के घर और कार्यक्रम स्थल पर पीएसी व पुलिस तैनात कर दी गई। कोतवाल ने बताया कि आयोजन कर्ताओं के पास गणेश महोत्सव की अनुमति नहीं थीं।


Credit By Amar Ujala

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