यूपी- इंजीनियर बेटे ने कराई खुद की किडनैपिंग, पिता से मांगी 50 लाख की फिरौती, सौदेबाजी में 15000 पर माना… फिर ऐसे खुली पोल – INA
‘खास’ दोस्तों की संगत और ‘खास’ तरह का शौक आदमी से कुछ भी करा सकता है. विश्वास ना हो तो नोएडा की ये घटना देख लीजिए. यहां टीसीएस जैसी कंपनी में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर को शराब और लड़की का चश्का लगा तो उसकी अपनी कमाई कम पड़ने लगी. उसने दोस्तों के साथ मिलकर खुद के अपहरण की साजिश रची और अपने ही पिता से 50 लाख रुपये की फिरौती मांग ली. हालांकि बार्गेनिंग करते करते सौदा 15 हजार रुपये में तय हुआ.
सौदे के तहत आरोपी के दोस्त इंजीनियर के पिता के पास रकम लेने पहुंच भी गए, लेकिन वहां तो पुलिस मौजूद थी. इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ तो खुद इंजीनियर का पिता भी हैरान रह गया. नोएडा के एक्सप्रेस वे थाना पुलिस के मुताबिक टीसीएस कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर शुभम के पिता ने उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी. पुलिस उसकी तलाश कर ही रही थी कि शुभम के पिता ने अपहर्ताओं द्वारा फिरौती मांगने की सूचना दी. बताया कि 50 लाख रुपये की डिमांड की गई है.
50 लाख से घटकर 15 हजार तक पहुंची बार्गेनिंग
पुलिस ने सलाह दिया कि वह बार्गेनिंग करते रहें. शुभम के पिता ने बार्गेनिंग शुरू किया तो 24 घंटे के अंदर ही मामला 50 लाख से घटकर 15 हजार रुपये पर आ गया. इसके बाद लेनदेन का स्थान तय हुआ. शुभम के पिता मौके पर पहुंच गए और अपहर्ता भी रकम लेने आ गया. चूंकि मामला पुलिस के संज्ञान में था, इसलिए थोड़ी दूरी पर पुलिस भी खड़ी थी. पुलिस ने मौके से एक युवक को अरेस्ट किया और थाने में लाकर थोड़ी खातिरदारी की तो युवक ने बताया कि वह तो मोहरा भर है. इस वारदात का मास्टरमाइंड खुद शिकायतकर्ता का बेटा है.
डेटिंग का लगा था चश्का
इसके बाद पुलिस टीम आरोपी की निशानदेही रेवाड़ी पहुंची. वहां आरोपी अपने एक दोस्त के साथ मौजूद था. पुलिस ने इन तीनों को अरेस्ट किया और थाने ले आई. यहां जब इंजीनियर से पूछताछ हुई तो उसने बताया कि शराब तो पहले से ही पीता था, अब उसे डेटिंग का चश्का लग गया था. कई लड़कियों से दोस्ती हो गई थी. ऐसे में उसकी अपनी तनख्वाह कम पड़ने लगी. ऐसे में उसने साजिश रची कि क्यों ने पिता से कुछ रकम निकलवाई जाए. इस प्रकार आरोपी ने अपने दोस्तों को बुलाया और इस साजिश को अंजाम दिया.
संपन्न परिवार से है इंजीनियर
चूंकि उसके दोस्त भी कर्ज में परेशान थे, इसलिए उन्हें भी लगा कि बैठे बिठाए कुछ रकम हाथ आ जाएगी और वह इस साजिश में शामिल हो गए. पुलिस के मुताबिक आरोपी युवक शुभम टीसीएस में इंजीनियर है, वहीं उसके पिता ग्वालियर में केबल नेटवर्क का कारोबार करते हैं. उसके चाचा के कई रेस्टोरेंट है और दादा रजिस्टार के पद से रिटायर हैं. वहीं दो अन्य आरोपी संदीप और अंकित हरियाणा में सिलारपुर गांव के रहने वाले हैं. पुलिस के मुताबिक आरोपियों में से एक अंकित आर्मी का जवान है और इस समय उसकी तैनाती कुपवाड़ा थी, लेकिन अब उसे अजेमर ट्रांसफर किया गया है. अजमेर ज्वाइन करने से पहले वह इस वारदात में शामिल हो गया.
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