यूपी- UP: 721 क्विंटल गेहूं का गबन…केंद्र प्रभारी ही निकला ‘चोर’, दर्ज हुई FIR – INA
क्रय केंद्र प्रभारी ही अगर गेहूं खा जाएं तो आपको सुनने में कैसा लगेगा. जी हां मामला यूपी के सोनभद्र जिले से सामने आया है, जहां क्रय-विक्रय केंद्र प्रभारी पर 721 क्विंटल गेहूं गायब करने का आरोप है. गेहूं के गबन का मामला सामने आने पर प्रादेशिक कोऑपरेटिव यूनियन के जिला प्रबंधक ने केंद्र प्रभारी के खिलाफ FIR दर्ज कराई. वहीं, पुलिस ने मामले में जांच-पड़ताल शुरू कर दी.
मार्च-2024 से जून-2024 के बीच गेहूं खरीद करने के दौरान एक बड़ा घोटाला सामने आया. 721 क्विंटल गेहूं FCI में जमा नहीं कराया गया. जब अधिकारियों को इसकी जानकारी हुई तो विभाग में हड़कंप मच गया. दरअसल, संतोष कुमार क्रय-विक्रय सहकारी समिति प्रभारी रॉबर्ट्सगंज मंडी पर आरोप है कि 11 किसानों से 911 क्विंटल गेहूं की खरीद की गई थी, लेकिन 190 क्विंटल गेंहू ही जमा कराया गया. बाकि 721 क्विंटल गेहूं जमा नहीं कराया गया और न ही किसी को इस उन गेहूं का पता है.
केंद्र प्रभारी के खिलाफ दर्ज हुई FIR
विभाग की तरफ से गेहूं जमा करने के लिए कई बार पत्र लिखा गया, लेकिन अभी तक जमा नहीं हो सका. गायब गेहूं की काफी खोजबीन और माथापच्ची के बाद प्रादेशिक कोऑपरेटिव यूनियन के जिला प्रबंधक बालकेशव पटेल ने केंद्र प्रभारी के खिलाफ रॉबर्ट्सगंज कोतवाली में FIR दर्ज कराई. वहीं, मामला दर्ज होने के बाद विभाग में हड़कंप मच गया. जांच आगे बढ़ने के डर से अधिकारियों के हाथ-पांव फूलने लगे.
721 क्विंटल गेहूं का हुआ गबन
संतोष कुमार के पास ग्राम बहुआरा रॉबर्ट्सगंज समिति मंडी का भी चार्ज था. इन्हीं पर 721 क्विंटल गेहूं के गबन का आरोप है. गबन का मामला आने पर सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता के द्वारा दो सदस्यीय कमेटी का गठन कर जांच कराई गई तो मामला सही पाया गया. इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक कालू सिंह ने बताया कि जिला प्रबंधक PCU के द्वारा एक प्रार्थना पत्र रॉबर्ट्सगंज कोतवाली में दिया गया, जिसमें बताया गया है कि 11 किसानों से गेहूं खरीद की गई थी.
लाखों की कीमत का गबन हुआ गेहूं
11 किसानों से लिए गए गेहूं को FCI के गोदाम में जमा करना था, लेकिन वो जमा नहीं किया गया. किसानों से खरीदे गए 721 क्विंटल गेहूं की कीमत 16 लाख 54 हजार 695 रुपए होती है. पुलिस ने मामले में मुकदमा दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है.
Source link