यूपी – Aligarh News: रसिया दंगल कार्यक्रम पर हुआ विवाद खड़ा, विभिन्न मुस्लिम संस्थाओं ने जताई आपत्ति – INA

अलीगढ़ के देहलीगेट चौराहे पर पूर्व मेयर शकुंतला भारती द्वारा 2 अक्टूबर रात रसिया दंगल आयोजित कराने के बाद विवाद खड़ा हो गया है। विभिन्न मुस्लिम संस्थाओं से जुड़े पदाधिकारियों ने बृहस्पतिवार को इस आयोजन पर आपत्ति जताई। आरोप लगाया कि रसिया दंगल के चलते देहलीगेट चौराहे पर जाम लग गया। इससे लोगों को काफी परेशानी हुई। इसे लेकर डीएम विशाख जी. को ज्ञापन सौंपा है।

मुस्लिम संस्थाओं के पदाधिकारियों ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आदेश दिए हैं कि कोई भी आयोजन सड़क रोक कर नहीं होगा तो रसिया दंगल क्यों हुआ ? अगर ऐसे आयोजन हो रहे हैं तो पांच मिनट की ईद की नमाज में क्या तकलीफ है..? जो साल में एक बार ही होती है। उन्होंने इसे लेकर डीएम को ज्ञापन सौंपा है। डीएम ने जांच कराने का भरोसा दिया है।

इस मौके पर बसपा नेता व पूर्व मेयर मोहम्मद फुरकान, बसपा नेता सलमान शाहिद, जमाते उलेमा हिंद के महानगर अध्यक्ष मुफ्ती अकबर कासमी, सपा के महानगर अध्यक्ष अब्दुल हमीद घोसी, उमेर खान, आमिर इलू, हाजी चिराग आदि मौजूद रहे।


सलमान शाहिद ने कहा कि पूर्व महापौर सरकार के आदेश के विरुद्ध रोड जाम कर रसिया दंगल का आयोजन कर शहर का माहौल खराब करना चाहती हैं। कांग्रेस नेता आगा युनुस ने कहा कि देहलीगेट चौराहा की सड़क जाम कर रसिया दंगल कर पूर्व मेयर व भाजपा नेताओं ने खुलेआम नियम कानून की धज्जियां उड़ाई हैं। आखिर पुलिस-प्रशासन ने कार्यक्रम सड़क पर क्यों होने दिया। पुलिस -प्रशासन का दोहरा मापदंड सामने आ गया है। आयोजकों पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाए।

बजरंग बल आया आयोजन के समर्थन में
बजरंगबल ने 3 अक्टूबर को महानगर अध्यक्ष ठा. संजय सिंह की अध्यक्षता में बैठक की। जिसमें दो अक्तूबर को देहलीगेट चौराहे पर हुए परंपरागत रसिया दंगल को लेकर उलेमा हिंद संगठन द्वारा डीएम को रसिया दंगल बंद कराने अन्यथा सड़कों पर नमाज पढ़ने की इजाजत देने की निंदा की। संयोजक गौरव शर्मा ने कहा कि रसिया दंगल ब्रज क्षेत्र में गायकी की एक प्राचीन लोक परंपरा है। यह धार्मिक कार्यक्रम नहीं है, किसी धर्म या संप्रदाय से जुड़ा नहीं है। वर्ष में केवल एक बार आयोजन होता हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हिंदू त्योहारों से पूर्व सांप्रदायिक तनाव पैदा किया जा रहा है। 


Credit By Amar Ujala

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