यूपी- नोएडा: स्कूल में साढ़े 3 साल की बच्ची के साथ ‘डिजिटल रेप’, सड़क पर उतरे पेरेंट्स, क्या हुई कार्रवाई? – INA
उत्तर प्रदेश के नोएडा के एक फेमस स्कूल में साढ़े 3 साल की बच्ची के साथ डिजिटल रेप का मामले में परिजनों ने आज सड़क पर हंगामा किया. शनिवार को बच्चों के पेरेंट्स सैकड़ों लोगों के साथ सड़क पर उतर गए. आरोप है कि बच्ची के साथ स्कूल के ही एक स्टाफ ने डिजिटल रेप जैसी घिनौनी वारदात को अंजाम दिया. बच्ची के साथ एक बार नहीं बल्कि एक से ज्यादा बार ये हरकत की गई. स्कूल में बच्ची के साथ हुए डिजिटल रेप के मामले में सभी पेरेंट्स नाराज हैं. वो स्कूल पहुंचे थे और मैनेजमेंट से सुरक्षा से जुड़े सवाल पूछना चाहते थे. हालांकि, उन्हें बाहर गेट पर ही रोक दिया गया.
स्कूल में बच्चों को सुरक्षित होने के भरोसे के बाद ही पेरेंट्स उन्हें वहां पढ़ने के लिए भेजते हैं. ऐसे में महज साढ़े तीन साल की बच्ची के साथ की गई डिजिटल रेप की इस घटना के बाद बहुत से सवाल उठने लगे हैं. इस घटना का जिम्मेदार कौन है? क्या वाकई में बच्ची के साथ हुई घटना का जिम्मेदार सिर्फ वहां काम करने वाला शख्स? स्कूल प्रशासन की तरफ से बच्ची की निगरानी में चूक हुई है? ऐसे बहुत से सवाल उठाए जा रहे हैं. इतनी कम उम्र के बच्चों के लिए ‘डिजिटल रेप’ को समझना ही बहुत कठिन है. यहां तो मासूम इस दर्द से गुजरी है. उसने डर की वजह से घरवालों से कई दिनों तक बात भी नहीं की.
क्या हुई कार्रवाई?
स्कूल मैनेजमेंट की तरफ से निराशा हाथ लगने के बाद कुछ पेरेंट्स ने डीएम से भी मुलाकात की. वहां उन्होंने स्कूल प्रशासन के खिलाफ शिकायत की. मामले की गंभीरता को समझते हुए डीएम ने तुरंत एक टीम को इसकी जांच के लिए गठित कर दिया. इस मामले में आरोपी शख्स का नाम नित्यानंद है. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए क्लास टीचर और सिक्योरिटी इंचार्ज को भी गिरफ्तार कर लिया.
हमारे बच्चों की सुरक्षा का जिम्मेदार कौन?
नोएडा के इस स्कूल में मैनेजमेंट से मिलने के लिए जब पेरेंट्स वहां पहुंचे, तो गेट को बंद कर दिया गया. काफी समय के इंतजार के बाद भी जब मैनेजमेंट की तरफ से कोई मिलने के लिए नहीं आया. आक्रोशित पेरेंट्स वहीं मौके पर ही धरना देने लगे. पेरेंट्स ने गुस्सा जाहिर करते हुए आरोप लगाया है कि ई-मेल के जरिए स्कूल की तरफ से उन्हें मिलने का समय दिया गया था. जब सभी पेरेंट्स वहां पहुंचे तो गेट को बंद कर लिया गया है. घंटों के इंतजार के बाद भी यहीं गेट पर खड़ा रखा गया.
जूनियर विंग के बच्चों के साथ हों महिला टीचर
साढ़े तीन साल की बच्ची के साथ नामचीन स्कूल में डिजिटल रेप की वारदात अपने आप में चौंकाने वाली है. स्कूल में बहुत सी संख्या में बच्चे पढ़ते हैं. ऐसे में उनकी सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए पेरेंट्स की मांग है कि सभी जूनियर विंग के साथ एक महिला टीचर होनी चाहिए, जिससे इस तरह की घटनाओं को दोबारा होने से रोका जा सके.
मोबाइल से देखकर खुद से ही किया ये काम
डिजिटल रेप की इस घटना को लेकर जब स्कूल प्रशासन से सवाल पूछा. स्कूल प्रशासन ने कहा कि आजकल तो मोबाइल का जमाना है. बच्ची ने मोबाइल देखकर ही खुद से इस काम को किया है. बच्ची के घरवालों के मुताबिक,आरोपी हाउस कीपर की तरफ से उसके साथ जब ये घटना पहली बार हुई तो उसने अपनी टीचर को इसके बारे में बताया. यहां पर टीचर ने इसकी शिकायत की बजाय बच्ची को ही डराना शुरू कर दिया. उन्होंने धमकाते हुए कहा कि इसके बारे में किसी को भी कुछ मत बताना.
इसी डर की वजह से उसने घर में भी कुछ नहीं बताया. जब घरवालों ने बहुत बार पूछा तो बच्ची ने कहा कि स्कूल के एक भैया ने प्राइवेट पार्ट में कुछ चुभा दिया. उसे बहुत दर्द हो रहा है. घरवाले बच्ची को डॉक्टर के पास लेकर गए, अस्पताल में रिपोर्ट में सामने आया कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट्स के साथ छेड़छाड़ की गई है.
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