खबर शहर , UP: मंत्री बोले- फुटबाॅल के मैदान जैसा बना रहे क्रिकेट स्टेडियम… क्या नकल करके बने हो इंजीनियर – INA

आपको क्रिकेट और फुटबाॅल के मैदान में अंतर नहीं पता! अरे पढ़ाई करके इंजीनियर बने हो या नकल करके…कहां से लाते हो इतना निकम्मापन! बोर्डिंग मैदान के निरीक्षण के दौरान लेआउट सही न मिलने पर समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण कार्यदायी संस्था के इंजीनियरों पर भड़क गए और जमकर खरी-खोटी सुनाई। उन्होंने इंजीनियरों ने मैदान का सही नक्शा बनाकर लाने और उसी के अनुसार गुणवत्तापूर्ण काम करने के निर्देश दिए।

शनिवार की शाम को प्रदेश सरकार के समाज कल्याण राज्यमंत्री असीम अरुण बोर्डिंग मैदान पहुंचे। उन्होंने वहां लगाई जा रहीं हाईमास्ट फ्लड लाइटों का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने कार्यदायी संस्था के इंजीनियरों को बुलाकर मैदान का लेआउट देखा और उनसे क्रिकेट व फुटबाॅल के मैदान का नक्शा मांगा। बेतरतीब नक्शा देख मंत्री भड़क गए और इंजीनियरों को जमकर खरी-खोटी सुनाई। मंत्री ने कहा कि वह इंजीनियर नहीं हैं, लेकिन उनसे बेहतर नक्शा आधा घंटा में बना सकते हैं। आप लोग इंजीनियर होकर भी नक्शा सही तरीके से डिजायन नहीं कर पाए…यह निकम्मापन नहीं है तो और क्या है! दरअसल इंजीनियर क्रिकेट के मैदान का नक्शा गोलाकार बनाकर लाए थे, जबकि वह अंडाकार होता है और बीच में पिच होती है।


नक्शे में मैदान के एक तरफ पिच बनी थी, जिसे देख मंत्री भड़क गए। उन्होंने यहां तक कह दिया कि तुम लोग घर जाओ, हम खुद इंजीनियरिंग कर लेंगे…! बाद में समाज कल्याण मंत्री ने पत्रकारों को बताया कि बोर्डिंग मैदान को स्टेडियम की तर्ज पर विकसित किया जा रहा है। यहां हाईमास्ट फ्लड लाइटों को लगाने का काम पूरा कर लिया गया है, जिससे यहां अब डे-नाइट मैच भी हो सकेंगे।


मंत्री ने देखी रोमा स्मारक की गुणवत्ता
बोर्डिंग मैदान के निरीक्षण के बाद मंत्री असीम अरुण रोमा स्मारक पहुंच गए और वहां कार्य की गुणवत्ता देखी। टाइल्स ठीक न लगे होने पर ठेकेदार को दोबारा बिछाने के निर्देश दिए। यह स्मारक उन लोगों की स्मृति में बनवाया जा रहा है, जो कन्नौज के मूल निवासी हैं और आज विश्व के अलग-अलग देशों में रह रहे हें, इन्हें रोमा कहा जाता है। हजारों साल पहले महमूद गजनवी यहां के लोगों को गुलाम बनाकर ले गया था, जो आज कई देशों में उच्च पदों पर हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रोमा लोगों के लिए एक स्मारक बनाने के निर्देश दिए हैं।


Credit By Amar Ujala

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