यूपी- योगी सरकार को राहत, UPPSC पर धरना पूरी तरह समाप्त, छात्रों को समिति की रिपोर्ट का अब इंतजार – INA
उप्र लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) द्वारा प्रांतीय सिविल सेवा प्रारंभिक (पीएससी) परीक्षा एक ही दिन आयोजित करने की मांग पर सहमति जताने के बाद छात्रों ने पांच दिवसीय आंदोलन वापस ले लिया. यह धरना 11 नवंबर से चल रहा था, लेकिन अब यह पूरी तरह से समाप्त हो गया है और आयोग के सामने की सड़क पर यातायात पूरी तरह से बहाल कर दिया गया है.
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने गुरुवार को घोषणा की थी कि वह पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए समीक्षा अधिकारी (आरओ) और सहायक आरओ (एआरओ) परीक्षाओं पर एक समिति बनाने का ऐलान किया है. अब सबकी नजर उस समिति पर है.
सहायक पुलिस आयुक्त (सिविल लाइंस) श्यामजीत सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि आयोग के सामने 11 नवंबर से धरना पर बैठे 10-15 छात्रों को शुक्रवार समझाया गया. उसके बाद रात नौ बजे के बाद वे लोग घर चले गये. अब आयोग के सामने की सड़क को वाहनों की आवाजाही शुरू हो गयी और उन्हें वाहनों के लिए खोल दिया गया है.
परीक्षा की तैयारी में जुटे छात्र
छात्र नेता पंकज कुमार पांडेय का कहना है कि पीसीएस-प्री की परीक्षा की तिथि घोषित की गई है. इसके साथ सभी छात्रों का ध्यान अब पढ़ाई पर है और वे पढ़ाई में जुट गए हैं. हालांकि, आरओ-एआरओ की परीक्षा को लेकर अभी भी असमंस्य बना है. इसे लेकर छात्र अब आयोग की समिति की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं.
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उन्होंने कहा कि पीसीएस परीक्षा की तारीख घोषित कर दी गई है. इससे छात्र अब पूरी तरह से आश्वस्त हैं. छात्रों को विश्वास है कि आयोग उनकी दूसरी मांग भी स्वीकार करेगा और आरओ-एआरओ की परीक्षा भी एक दिन में ही कराया जाएगा.
समिति की रिपोर्ट का अब छात्रों को इंतजार
बता दें कि उप्र लोक सेवा आयोग ने पीसीएस-प्री के एक्जाम 22 दिसंबर को दो पालियों में कराने का ऐलान किया था, जिसे स्टूडेंट्स ने स्वागत किया था.
इससे पूर्व, उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग ने पीसीएस-प्री के एग्जाम सात और आठ दिसंबर को कराने का ऐलान किाय था. इसके साथ ही समीक्षा अधिकारी व सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ..एआरओ) प्री का एग्जाम 22 और 23 दिसंबर को कराने का ऐलान किया था. इसके बाद से छात्र आंदोलन पर उतर गए थे. छात्रों की मांग की थी कि दोनों ही एग्जाम एक ही दिन कराएं जाएं.
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