कासगंज। रोडवेज बसों में सफर कर रहे हैं तो फर्स्ट एड बॉक्स भी साथ में रखे। क्योंकि कदाचित यात्रा के दौरान चोट लगी या फिर और कोई दिक्कत हुई तो रोडवेज बसों में जरूरी दवाएं नहीं मिलेंगी। अधिकतर बसों में इलाज के नाम पर कोई व्यवस्था नहीं हैं। जबकि नियम में शामिल है कि बसों में अग्निशमन यंत्र के साथ फस्ट एड बाक्स और शिकायत पुस्तिका होनी चाहिए। लेकिन यदाकदा बसों में ही यह सुविधा मुहैया होंगी।
रोडवेज बसों में सफर करने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए हर बस में फर्स्ट एड बॉक्स के साथ शिकायत पुस्तिका और अग्निशमन यंत्र होना आवश्यक है। यात्री यात्रा के दौरान होने वाली दिक्कतों में इनका प्रयोग किया जा सके। फस्ट एड बाक्स का उपयोग यात्री या चालक परिचालक को किसी कारण से चोट लगने या बुखार सहित अन्य छोटी मोटी समस्या होने पर, किया जा सके।
इसी तरह कंडेक्टर और चालक के खिलाफ शिकायत करने के लिए शिकायत पुस्तिका कदाचित चलती बस में आग आदि लगने पर फायर यंत्र का उपयोग किया जा सकें। लेकिन रोडवेज की अधिकांश बसों से फर्स्ट एड बॉक्स के साथ शिकायत पुस्तिका और अग्निशमन यंत्र नदारद हो चुकेें हैं।
यात्रियों से मिलने वाली शिकायत के बाद अमर उजाला टीम ने रोडवेज बसों की पड़ताल की। बस स्टैंड में खड़ी चार बसों को देखा गया। इनमें से किसी भी बस में फर्स्ट एड बॉक्स लगा हुआ नहीं मिला। इन बसों में अग्निशमन यंत्र, शिकायत पेटिका भी लगी हुई नहीं मिली।
डिपो से सभी परिचालकों को फर्स्ट एड बॉक्स उपलब्ध कराए जाते हैं। समय-समय पर दवाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं। मामले की जांच की जाएगी। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी- ओम प्रकाश, एआरएम