यूपी- हिंसा के पीछे सपा का हाथ, मुस्लिमों को भड़का रही है… संभल की घटना पर बोले बासिल अली – INA
उत्तर प्रदेश के संभल में हिंसा की घटना पर अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष बासित अली का बयान सामने आया है. बासित अली ने कहा कि संभल के लोगों को कोर्ट के आदेश का पालन करना चाहिए था. सभी का कानून के दायरे में रहकर काम करना चाहिए. कोर्ट के आदेश पर आंदोलन और पत्थरबाजी करना गलत है. उन्होंने कहा कि सपा के सांसद ने कल वहां का दौरा किया था, उनके जाने के बाद ही ऐसा क्यों हुआ है इसकी जांच भी होनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी से मुसलमानों ने मुंह फेर लिया है. इस दंगे के पीछे सपा का हाथ है. हम इसकी जांच की मांग करते हैं. सपा की जमीन खिसक चुकी है, अपने भड़काऊ बयानों से वो माहौल खराब करने में लगी हुई है. सपा इस पर राजनीति कर रही है क्योंकि वो अपनी हार पचा नहीं पा रही है. मुस्लिमों को भड़काकर सपा दंगे कराना चाहती है.
बासित अली बोले- मस्जिद और चुनावों का कनेक्शन
अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि मस्जिद और चुनावों का आपस में कनेक्शन नहीं है. मेरे आरोप सपा के बयान, अखिलेश और रामगोपाल के बयान से पुख्ता हो रहे है. कोर्ट की कार्यवाही में लोगों को बाधा नहीं बनना चाहिए. संभल की घटना के पीछे समाजवादी पार्टी का हाथ है. शिवपाल यादव और रामगोपाल यादव इसी काम में लगे हुए हैं. हम मांग करते हैं कि इस घटना की जांच हो और जो भी गलत कर रहा है वो बचना नहीं चाहिए. यहां मुआवजे का सवाल नहीं है, इस घटना की जांच जरूरी है.
पूर्व सीएम ने पूछा- मस्जिद का सर्वे हो चुका था
संभल की घटना के बाद अखिलेश यादव ने कई चीजों पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि मस्जिद का सर्वे हो चुका था. केवल माहौल को खराब करने के लिए वहां टीम भेजी गई. हमारी बात आप तक न पहुंचे इसके लिए ये सब कुछ कराया गया. उन्होंने कहा कि मस्जिद का दोबारा सर्वे क्यों कराया जा रहा है. बिना किसी तैयारी के सर्वे कराया जा रहा. सरकार ये सब जानबूझकर कर रही है. चुनाव पर चर्चा न हो इसलिए सरकार ने हिंसा कराया है.
अखिलेश बोले- प्रशासन भेदभाव कर रहा है
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि हमारे उम्मीदवार रहे हाजी रिजवान यहां आ रहे थे तो उनके साथियों को सीतापुर में रोका गया है. हम उन्हें छुड़ाने का प्रयास कर रहे हैं. उपचुनाव में प्रशासन ने भेदभाव किया है. वोट होने के बाद भी वोट नहीं डालने दिया गया. अब सवाल ये है कि सपा का वोटर बूथ पर नहीं गया तो फिर उसका वोट किसने डाला? चुनाव में दो तरह की पर्ची का इस्तेमाल किया गया है.
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