बरेली शहर के बाहरी हिस्से में 2,074 करोड़ रुपये की लागत से 29.920 किलोमीटर लंबे रिंग रोड का निर्माण प्रस्तावित है। डीपीआर को मंजूरी मिल गई है। इसके निर्माण से पहले 32 गांवों के 900 किसानों को 800 करोड़ रुपये से अधिक का मुआवजा मिलेगा। 20 गांवों के किसानों के 300 करोड़ के अवॉर्ड तैयार हैं। अगले सप्ताह से मुआवजा खाते में आने के आसार हैं।
12 गांवों के किसानों की जमीन के लिए अवॉर्ड तैयार करने की प्रक्रिया तेज की गई है। किसानों की जेब में रुपये आते ही बाजार को रफ्तार मिलेगी। जमीन की खरीद-फरोख्त तेज होगी। रिंग रोड से जुड़े गांवों के आसपास की जमीन के दाम भी बढ़ेंगे। शहरी क्षेत्र का विस्तार होगा। शहर में वाहनों का दबाव घटेगा। बाहर से आने वाले वाहन रिंग रोड से होकर दूसरे शहरों व जिलों को जा सकेंगे।
ऐसा होगा रिंग रोड
बरेली में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 530 पर धंतिया गांव के निकट झुमका चौराहे से रिंग रोड शुरू होगा, जो इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी के करीब राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 30 से जुड़ेगा। रिंग रोड पर चार आरओबी, 17 अंडरपास और तीन नए चौराहे विकसित किए जाएंगे। निर्माण पर 907.25 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यूटिलिटी शिफ्टिंग और भूमि अधिग्रहण पर शेष व्यय होना है। रिंग रोड फोरलेन होगा। कहीं-कहीं इसे सिक्सलेन भी किया जाएगा। झुमका से बुखारा रोड होकर इन्वर्टिस यूनिवर्सिटी तक अधिकतम 60 मीटर चौड़ी सड़क बनाई जाएगी।