आगरा में पूरी रामलीला कमिटी चर्चा में: ‘राजा दशरथ’ के घर GST का छापा, रिच होम स्टे गैंगरेप कांड में भी आया था नाम,
आगरा की रामलीला कमिटी में राजा दशरथ की भूमिका निभाने वाले संतोष शर्मा के यहां हाल ही में सीजीएसटी का छापा पड़ा था। लेकिन उनका कहना था कि यह रूटीन इंक्वायरी थी। इससे पहले उनका नाम रिच होम स्टे में गैंगरेप मामले में सामने आया था।
हाइलाइट्स
- रामलीला में राजा दशरथ बनने वाले संतोष शर्मा के घर CGST ने छापा मारा था
- संतोष शर्मा एसकेएस इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के डायेक्टर हैं
- यह कंपनी देश के कई राज्यों में सड़कें बनाने का काम करती है
रिपोर्ट सुनील साकेत, आगरा: रामलीला कमिटी में राजा दशरथ बनने वाले संतोष शर्मा के घर 5 सितंबर को सीजीएसटी ने छापा मारा था। संतोष शर्मा एसकेएस इंफ्रा प्रा. लि. कंपनी के डायेक्टर हैं। यह कंपनी देश के कई राज्यों में सड़कें बनाने का काम करती है। सीजीएसटी ने ये छापा तब मारा जब उनका नाम राजा दशरथ बनने के लिए चर्चा में आया। इससे पहले उनके नाम की चर्चा फतेहाबाद रोड स्थित रिच होम स्टे के कांड में हुई थी। इसमें एक महिला का गैंगरेप हुआ था। इसके अलावा जनकपुरी महोत्सव में उपाध्यक्ष सतेंद्र तिवारी भी चर्चाओं में हैं। उनका नाम भी पुलिस के रजिस्टर नंबर-8 में दर्ज है। उन्हें प्रशासन ने भूमाफिया घोषित किया था।
उत्तर भारत का सबसे बड़ा आयोजन रामबारात और जनकपुरी महोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। 27-28 सितंबर को राम बारात का आयोजन आगरा में होने वाला है। इसके साथ ही 3 दिवसीय जनकपुरी महोत्सव रहेगा। जनकपुरी महोत्सव शाहगंज की कोठी मीनाबाजार मैदान में आयोजित हो रहा है।
इस बार रामलीला में कुछ ऐसे दागियों को शामिल किया गया है, जिनके नाम कई अपराधिक मामलों में शामिल हैं। यह बात शहर भर में चर्चा का विषय बनी है। सवाल ये है कि क्या रामलीला के लिए शहर में कोई ऐसा स्वच्छ छवि का व्यक्ति नहीं मिला जो उसकी शान बन सके।
दागियों को महत्वपूर्ण पद
जनकपुरी महोत्सव के उपाध्यक्ष सतेंद्र तिवारी के नवनिर्मित भवन को कार्यालय बनाया गया है। इसे बनाने के लिए एडीए (आगरा विकास प्राधिकरण) से कोई एनओसी नहीं ली गई है। इसके अलावा बिना अनुमति के बेसमेंट खोदा गया है। यह सब रामकाज की आड़ में चल रहा है। थाना शाहगंज प्रभारी कुशल पाल सिंह ने बताया कि सतेंद्र तिवारी पुत्र राम स्वरुप निवासी विष्णु कालोनी का नाम पुलिस के रजिस्टर संख्या-8 में दर्ज है। इन्हें थाने में हिस्ट्रीशीटर घोषित किया है। इसके अलावा गौरव रजावत के ऊपर भी करीब 8 मुकदमे दर्ज हैं। एडीजी रहे राजीव कृष्ण ने भी गौरव रजावत पर केस दर्ज कराए थे। उन पर जमीन कब्जाने का आरोप लगा था। रामलीला कमिटी में दागियों को शामिल करने की वजह से बीजेपी नेता रवि नारंग ने आयोजन कमिटी के पद से इस्तीफा दे दिया था।
क्या बोले ‘राजा दशरथ’
रामलीला कमिटी में दशरथ बनने वाले संतोष शर्मा का कहना है कि उनके यहां आई सीजीएसटी टीम की रेड नहीं थी। यह रूटीन इंक्वायरी थी। इसमें 4 लोग आए थे, जिनमें 2 इंस्पेक्टर और 2 बाबू थे। फतेहाबाद रोड स्थित रिच होम स्टे उन्होंने किराए पर दे दिया था। महिला के साथ हुई दरिंदगी की घटना के बाद से उसे खाली करा दिया है। रिच होम स्टे उनके भाई का था।