खबर फिली – जब बीच सड़क पर मनोज बाजपेयी ने अनुराग कश्यप को पत्थर लेकर दौड़ा लिया! – #iNA @INA

बॉलीवुड में बहुत-सी कमाल की दोस्तियों के किस्से सुनने को मिलते हैं, जिनमें से कई किस्से मनोज बाजपेयी और अनुराग कश्यप के भी सुनने को मिलते हैं. ये दोनों जब कभी साथ बैठते हैं तो अक्सर ही कोई न कोई मजेदार किस्सा बन ही जाता है. ऐसा ही एक किस्सा है जब मनोज बाजपेयी ने पत्थर लेकर अनुराग कश्यप को दौड़ा लिया था.

अनुराग और मनोज ने एक साथ पहले ‘सत्या’ में काम किया था, इस फिल्म की स्टोरी अनुराग कश्यप ने ही लिखी थी. इसके बाद दोनों ने ‘कौन’ और ‘शूल’ में भी काम किया. हाल ही में इस जोड़ी की सुपरहिट फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ री-रिलीज की गई. इसी फिल्म के दस साल पूरे होने पर अनुराग और मनोज ‘द कपिल शर्मा शो’ में पहुंचे थे. इसी शो पर कुछ वक्त पहले डायरेक्टर अनुभव सिन्हा भी आए थे, जिन्होंने अनुराग और मनोज बाजपेयी के बीच का एक किस्सा शेयर किया था. उसके बारे में शो पर अनुराग से कपिल ने पूछा तो उन्होंने अपना और मनोज बाजपेयी का वो किस्सा शेयर किया. उन्होंने बताया कि एक बार मनोज ने उन्हें पत्थर लेकर दौड़ा लिया था. ऐसा इसलिए हुआ था क्योंकि मनोज बायपेयी को लगा था कि उनकी बेइज्जती हो गई है.

अनुराग कश्यप ने सुनाया पूरा किस्सा

पूरा किस्सा सुनाते हुए अनुराग ने बताया कि ये लेजेंड्री लिरिसिस्ट फिल्ममेकर गुलजार के घर के पास हुआ था, वहां पर हंसल मेहता एक कुकिंग शो डायरेक्ट कर रहे थे. कुकिंग शो की शूटिंग के दौरान हंसल अनुराग और मनोज बाजपेयी को खाने के सैंपल के लिए बुलाते थे. अनुराग ने कहा, “हम लोग वैसे ही भूखे थे, तो हम लोग टेस्टिंग के लिए पहुंच जाते थे. उसी बीच एक बात हुई जहां पर मनोज इमोशनल हो गए. मनोज बाजपेयी को लगा कि गुलजार के सामने उनकी बेइज्जती कर दी.” जिसके बाद मनोज बाजपेयी ने पत्थर उठाया और अनुराग कश्यप के पीछे भागने लगे. आगे अनुराग भाग रहे थे और पीछे मनोज उन्हें दौड़ा रहे थे, इन दोनों को रोकने के लिए हंसल मेहता उनके पीछे भाग रहे थे. आगे जाकर दोनों सड़क के किनारे बैठकर गले लगकर रोने लगे.

11 साल तक नहीं हुई दोनों की बात

वैसे तो दोनों काफी अच्छे दोस्त हैं, लेकिन दोनों के बीच कई झगड़े भी हुए हैं. इनका एक झगड़ा तो ऐसा हुआ था कि इसके बाद दोनों ने 11 साल तक आपस में बात ही नहीं की थी. इस बारे में बात करते हुए मनोज बाजपेयी ने कहा, “अनुराग कान का कच्चा है, कभी इस गली चलता है, कभी उस गली. कोई उसे कह दे कि मनोज ने ऐसा बोला तो मान लेगा. एक बार किसी ने उसे मेरे खिलाफ भड़का दिया. उसे लगा मैं उसका दोस्त नहीं हूं. इसके बाद उसने मुझसे बातचीत बंद कर दी.” उनके बीच की ये लड़ाई ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ की तैयारी के वक्त खत्म हो गई.


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