खबर फिली – Aamrapali dubey: सेट पर आते थे चक्कर, खाना-पीना भी हो गया था बंद…भोजपुरी स्टार आम्रपाली दुबे की क्यों हुई थी ऐसा हालत? – #iNA @INA
भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री का ज़िक्र होते ही एक्ट्रेस आम्रपाली दुबे की याद आ जाती है. आम्रपाली दुबे भोजपुरी सिनेमा की सबसे बड़ी एक्ट्रेसेस में से एक हैं. उन्होंने साल 2014 में दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ के साथ फिल्म निरहुआ हिंदुस्तानी से अपने करियर की शुरुआत की थी. पर 10 साल में ही आम्रपाली भोजपुरी सिनेमा की टॉप की एक्ट्रेसेस में शुमार हो गईं. हालांकि आम्रपाली का ये सफर इतना आसान भी नहीं रहा है. उन्होंने एक हालिया पॉडकास्ट में अपनी एक ऐसी बीमारी की खुलासा किया, जिसमें उनका खाना-पीना भी मुहाल हो गया था.
आम्रपाली दुबे हाल ही में अपनी बहन आंचल दुबे के पॉडकास्ट में आई थीं. उन्होंने इस दौरान अपनी जिंदगी से जुड़े कई राज़ से पर्दा उठाया. उन्होंने ये भी बताया कि एक दौर ऐसा भी था जब वो एंग्जाइटी की शिकार हो गई थीं. उन्हें पैनिक अटैक आया करते थे. आम्रपाली दुबे ने कहा, “मुझे इतनी ज्यादा एंग्जाइटी होती थी कि मुझे 24 घंटे लगता था कि मेरे गले में गांठ है. इसलिए मैं कुछ निगल नहीं पाती थी. मैं पूरे दिन में, 24 घंटे के दौरान बहुत भी खाना खाती थी तो वो दो से तीन चम्मच खिचड़ी होती थी. खिचड़ी के अलावा में कुछ खा ही नहीं पाती थी. कुछ अंदर जाता ही नहीं था.”
हुई थी ये बीमारी
हालांकि खाना बंद होने की वजह से आम्रपाली का वजन काफी कम हो गया था. उन्होंने कहा कि इसको लेकर वो खुश हो गई थीं. उन्होंने कहा, “मुझसे खाना निगला ही नहीं जाता था. मुझे ये अजीब तरह की एंग्जाइटी थी, जिसे हेल्थ एंग्जाइटी कहते हैं. मैं हाईपोकोंड्रियाक हो गई थी. इसमें अगर आपने सुन लिया कि इस शख्स को टीबी हो गया है तो आप खांसते भी हैं तो सोचने लगते हैं कि मुझे खांसी क्यों आई. मुझे भी टीबी हो गया है क्या? मेरे साथ क्या हो गया है?…उस समय ऐसा लगता है कि दुनिया की सभी बड़ी बीमारी मुझे ही हो गई है.”
आने लगे थे चक्कर
आम्रपाली ने बताया कि मैं बेहद कमज़ोर हो गई थी. मैं कुछ ही नहीं पा रही थी. उन्होंने बताया, “शूटिंग तो करनी पड़ेगी. गाने की शूटिंग है, क्लाइमैक्स चल रहा है. हीरो का हाथ पकड़ कर दौड़ रहे हैं. और इन सब के बीच आप कुछ खा नहीं पा रहे. सेट पर खड़े खड़े मुझे चक्कर आते थे.” आम्रपाली ने बताया कि इसके बाद उन्होंने खूब थेरेपी (कॉगनेटिव बिहेवियरल थेरेपी) ली. परिवार ने भी खूब साथ दिया. उनकी मां उन्हें कई साइकलॉजिस्ट के पास ले गईं. इसके बाद एक डॉक्टर ने उनकी बीमारी पकड़ी और थेरेपी के दौरान धीरे धीरे उनकी हालत में सुधार हुआ.
मंदिरों में जाने लगीं आम्रपाली दुबे
आम्रपाली ने बताया कि थेरेपी के साथ-साथ उनकी आध्यात्मिकता भी बढ़ती चली गईं. वो ऑडियो बुक में रोज़ाना भागवत गीता का एक वर्स सुना करती थीं. उन्होंने बताया, “मैंने फिर से मंदिरों में जाना शुरू कर दिया था. मुझे महसूस हुआ कि मैं इतने सालों से बनारस में शूटिंग कर रही हूं और मैंने काशी विश्वनाथ जी के दर्शन नहीं किए हैं. मैंने मंदिरों में जाना शुरू कर दिया.” उन्होंने कहा कि अब मैंने अपनी एंग्जाइटी पर जीत हासिल कर ली है.
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