खबर फिली – वेंटिलेटर पर थीं, तबीयत थी खराब, फिर भी अस्पताल में करती रहीं रियाज, ऐसी थीं बिहार कोकिला शारदा सिन्हा – #iNA @INA
Singer Sharda Sinha Death: जीवन में कुछ चीजें क्रमबद्ध हो जाती हैं. जैसे बिहार को छठ पर्व की वहज से जाना जाता है. जब छठ का नाम आता है तो छठ के गीतों का भी नाम फौरन आ जाता है. और जब छठ के गीतों का नाम आता है तो उस दौरान सिर्फ एक ही नाम जेहन में आता है. वो है शारदा सिन्हा. साल 2024 के छठ की शुरुआत हो गई है. हर बार की तरह लोग श्रद्धा भाव से छठी मैया की आराधना कर रहे हैं. जोर-शोर से छठ के गाने हर तरफ बज रहे हैं. लेकिन इसी बीच इन गानों को अपनी आवाज देने वाली फनकार इस दुनिया से रुखसत हो गई. हम बात कर रहे हैं लोकगायिका शारदा सिन्हा की. अपनी आवाज से पूरी दुनिया में बिहार का नाम गर्व से ऊंचा करने वाली सिंगर शारदा सिन्हा का 72 साल की उम्र में निधन हो गया. लेकिन कला को साधने वाली शारदा यूंही लेजेंड नहीं थीं. जब जीवन की अंतिम सांसे चल रही थीं, वे जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही थीं. लेकिन उस समय भी वे एक चीज नहीं भूलीं. वो था रियाज.
कहा जाता है कि जैसे जीवन जीने के लिए सांसे लेना जरूरी है वैसे ही गाने के लिए रियाज करना भी जरूरी है. रियाज दरअसल संगीत का अनुशासन है. बड़े-बडे़ फनकारों से जब पूछा जाता है कि उनकी सफलता का राज क्या है तो उस दौरान वे रियाज का ही नाम लेते हैं. कई सारे सिंगर्स बुजुर्ग होने के बाद भी अनुशासन से पीछे नहीं हटते हैं और वे रियाज पर पूरा जोर लगाते हैं. ऐसा ही शारदा सिन्हा के साथ भी देखने को मिला. वे पिछले 6 साल से बीमार थीं. उन्हें ब्लड कैंसर हुआ था. कोरोना काल में भी उनकी सेहत पर बुरा असर पड़ा था. दिल्ली के AIIMS में भी उन्हें एडमिट हुए काफी वक्त बीत चुका था. लेकिन सूत्रों की मानें तो इन सबके बाद भी सिंगर रियाज करती थीं.
ऑक्सीजन सपोर्ट सिस्टम पर भी किया रियाज
संगीत और शारदा सिन्हा एक-दूसरे के अभिप्राय बन गए थे. तभी जीवन के अंतिम पड़ाव पर भी शारदा को संगीत से अलग नहीं किया जा सका. अस्पताल से ही शारदा का एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो की खास बात ये है कि इसमें शारदा बीमारी के बाद भी अस्पताल से रियाज करती नजर आ रही हैं. एम्स में एडमिशन के दौरान वह समय मिलने पर रियाज किया करती थीं. उनकी तबीयत बिगड़ती गई लेकिन इसके बावजूद भी उनका रियाज कम नहीं हुआ. जब वह ऑक्सीजन सपोर्ट सिस्टम पर थीं तब भी वह समय निकालकर रियाज जरूर कर लेती थीं. सिंगर अब इस दुनिया में नहीं रहीं. लेकिन अपने पीछे सुनहरे गीतों की एक बड़ी विरासत छोड़ गईं.
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