खबर फिली – Johnny Walker Birthday: बॉलीवुड का सबसे बड़ा ‘शराबी’, जिसने रियल लाइफ में एक बूंद भी नहीं पी – #iNA @INA

Bollywood Comedian Johnny Walker Birthday: बॉलीवुड इंडस्ट्री में ऐसे कई सारे कलाकार हैं जिन्होंने अपने शानदार अभिनय और अंदाज से फैंस का दिल जीता है. इसमें सिर्फ लीड एक्टर्स ही नहीं हैं बल्कि कई सारे कैरेक्टर आर्टिस्ट्स को भी शामिल हैं. जैसे कि असरानी को उनके एक्सप्रेशन्स की वजह से याद रखा जाता है. इसके अलावा एक्टर दिनेश हिंगो को उनके हंसने के अंदाज के लिए लोग जानते हैं. उसी तरह कॉमेडियन जगदीप को लोग उनकी डायलॉग डिलिवरी की वजह से जानते थे.

वैसे ही एक एक्टर थे जॉनी वॉकर. उन्हें फिल्मों में शराबी का रोल प्ले करने के लिए जाना जाता है. कई सारी फिल्मों में उन्होंने शराबी के रोल प्ले किए और एक समय तो ऐसा आया कि उन्हें मेकर्स इसी तरह के रोल के लिए फिल्मों में रखते थे. एक्टर भी गुणी थे. उन्होंने कभी भी मेकर्स को हताश नहीं किया और ये पर्टिकुलर किरदार ही उनकी पहचान बन गया. एक समय फिल्मों में जॉनी वॉकर को रखा ही इसलिए जाता था कि उन्हें देखने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोग फिल्म देखेंगे और फिल्म का फायदा होगा. आज एक्टर की 100वीं पूर्ण्यतिथि के मौके पर बता रहे हैं एक्टर के बारे में खास बातें.

कैसे बस कंडक्टर बना कॉमेडियन?

जॉनी वॉकर ने अपने जीवन में कभी भी अभिनय की कोई ट्रेनिंग नहीं ली थी. इसके बाद भी उन्होंने 300 से ज्यादा फिल्मों में काम किया. जॉनी वॉकर एक बस कंडक्टर थे और वे बस पर लोगों का मनोरंजन करने का काम करते थे. ऐसा ही वे एक दिन कर रहे थे जब एक्टर बलराज साहनी की नजर उनपर पड़ी. बलराज उनकी एक्टिंग स्किल्स से इंप्रेस हुए और उन्होंने गुरु दत्त को जॉनी का नाम रिकमंड किया. गुरू दत्त ने भी जॉनी वॉकर की परफॉर्मेंस देखी और उनके मुरीद हो गए. इसके बाद तो इतिहास गवाह है.

Jhonny Walker

शराब को हाथ नहीं लगाया और कर निभा डाले कई किरदार

जॉनी वॉकर एक महंगी शराब है और भारत में भी इसकी अच्छी-खासी बिक्री है. इस शराब के नाम पर ही जॉनी वॉकर का नाम पड़ा. एक्टर को उनके करियर के दौरान रोल्स भी ऐसे ही मिले. उन्होंने फिल्मों में एक शराबी का किरदार कुछ इस तरह से निभाया जैसे मानों कि वे नशे में चूर हों. लेकिन इसके बाद आपको ये जानकर हैरानी होगी कि जॉनी वॉकर ने कभी भी शराब को छुआ तक नहीं. उन्होंने खुद एक इंटरव्यू के दौरान ये बात कुबूली थी.

इन फिल्मों का हिस्सा रहे

उन्होंने 1951 में देव आनंद की फिल्म बाजी से अपने करियर की शुरुआत की थी. इस फिल्म के बाद वे आग का दरिया, आर पार, टैक्सी ड्राइवर, अंदाज, रेलवे प्लेटफॉर्म, नयादौर, मधुमति, सूरज, चाची 420 और मजदूर जैसी फिल्मों में काम किया. कमल हासन की चाची 420 उनके करियर की आखिरी फिल्म थी.


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