खबर फिली – बॉबी देओल इन 4 मामलों में निकले फिसड्डी, सिर्फ ‘कंगूवा’ वाला लुक ही भयंकर था! – #iNA @INA

14 नवंबर का दिन था, जब बॉबी देओल (Bobby Deol) की पहली साउथ फिल्म रिलीज हुई. सूर्या की ‘कंगूवा’ (Kanguva) को लेकर नॉर्थ इंडिया में भी तगड़ा बज बना था और इसकी वजह थे सिर्फ लॉर्ड बॉबी. उनकी आखिरी फिल्म ने जो गदर काटा था, उसके बाद से ही उनकी अगली फिल्म का इंतजार किया जा रहा था. पर जैसे ही ‘कंगूवा’ देखने थिएटर्स पहुंची, तो सबकुछ उल्टा हो गया. बॉबी देओल वो माहौल बनाने में कामयाब ही नहीं हो पाए, जैसी उनसे उम्मीद की गई थी.

बॉबी देओल ‘कंगूवा’ में विलन बने हैं, जिसका नाम था- उधिरन. फिल्म के दूसरे हाफ में उनकी एंट्री होती है, पर थोड़े बहुत एक्शन के अलावा कुछ भी नहीं दिख पाया. वो 4 मामले, जिन्होंने बॉबी देओल का पूरा काम ही खराब कर दिया. असली डर तो अब शुरू हुआ है.

बॉबी देओल ने ‘कंगूवा’ में मजा खराब कर दिया!

  • विलन की एक्टिंग में कितना दम?: अगर आपने भी फिल्म देखी होगी, तो शायद बॉबी देओल को 10 में से 3 या 4 नंबर देंगे. बेशक फिल्म में उनकी एंट्री दूसरे हाफ में कराई गई है, पर फिर भी वो कुछ बढ़िया कर सकते थे. लेकिन एक्टिंग में वो पावर मिसिंग था, जो उधिरन नाम के विलन को रखना चाहिए था. मेकर्स ने फिल्म में उनकी एक कहानी बनाने की कोशिश की है, पर वो अपने अभिनय से इसे भुना नहीं पाए.
Bobby Deol Kanguva Acting

बॉबी देओल (कंगूवा)

  • बस एक्शन दिखा: दूसरे हाफ में बॉबी देओल को सबसे ज्यादा स्क्रीन टाइम मिला है. ऐसे में जब-जब वो एक्शन करते उतर रहे थे, सिर्फ तभी विलन वाला फील आ रहा था. बाकी नॉर्मल सीन्स में उन्हें देखकर महसूस हो ही नहीं रहा था कि यह कोई विलन है. ऐसा लगा जैसे उनकी कहानी एक अलग जोन में चल रही है. जितना लुक भयंकर था, उतना ठंडा अंदाज नजर आया. एक समय बाद ऐसा लगा कि एक्शन सीन्स जाते ही वो भूल जाते हैं कि अब भी उन्हें खौफ बनाए रखना है.
  • खराब डबिंग: हिंदी वर्जन में जिन लोगों ने फिल्म देखी होगी, वो भी इस बात को मानते होंगे कि डबिंग एकदम खराब थी. पहले ही विलन फिल्म में खलनायक वाली वाइब नहीं दे रहा था. खराब करने की रही सही कसर डबिंग ने पूरी कर दी. दरअसल फिल्म में बैकग्राउंड म्यूजिक इतना तेज था कि लोग कान बंद करने को मजबूर हो गए. उस पर बॉबी देओल की खराब डबिंग ने पूरा मामला ही बिगाड़ दिया.
  • रोल कितना इफेक्टिव था?: पूरी फिल्म ही एक तरफा दिखी, क्योंकि सूर्या के सामने बॉबी देओल कहीं पर भी नहीं टिक रहे थे. पहले तो उनकी एंट्री इतनी देर से कराई गई कि मामला जमा नहीं. उस पर विलन और हीरो के बीच एक्शन के अलावा जो प्लानिंग वाले सीन्स बड़े लेवल पर दिखाए गए, वहां सिर्फ सूर्या ही बढ़िया लगे. जब लगा कि अब बॉबी देओल कुछ बड़ा करेंगे, तो उन्हें मारकर मामला ही खत्म कर दिया. बॉबी देओल सिर्फ नाम के विलन बन कर रह गए.

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