दुनियां – जयशंकर ने रूसी विदेश मंत्री लावरोव के साथ की मुलाकात, जीसीसी की बैठक में हुए शामिल – #INA

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सोमवार को सऊदी अरब की राजधानी रियाद में अपने रूसी विदेश मंत्री लावरोव से मुलाकात की. ये मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब कुछ दिन पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन युद्ध के संबंध में भारत का नाम उन तीन देशों में शामिल किया था, जिनसे वोलगातार संपर्क में हैं. गल्फ कोऑपरेशन काउंसिल (जीसीसी) की बैठक के दौरान दोनों मंत्रियों की मुलाकात हुई.
विदेश मंत्री (ईएएम) एस जयशंकर ने एक्स पर एक पोस्ट करते हुए लिखा, “जीसीसी बैठक के मौके पर आज रूस के एफएम सर्गेई लावरोव के साथ बातचीत हुई.” दोनों मंत्रियों के बीच बातचीत गल्फ कोऑपरेशन काउंसिल (जीसीसी) के विदेश मंत्रियों की बैठक के दौरान हुई. दोनों मंत्री इस बैठक में भाग लेने के लिए सऊदी अरब की राजधानी में हैं. वहीं जयशंकर के पोस्ट को शेयर करते हुए रूसी विदेश मंत्रालय ने लिखा, रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर के साथ बैठक की’

A useful conversation with FM Sergey Lavrov of Russia today on the sidelines of the GCC meeting.
pic.twitter.com/BlbrC6CY47
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) September 9, 2024

भारत पर क्या बोले पुतिन?
पिछले एक कार्यक्रम में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन युद्ध लेकर कहा था कि भारत का नाम उन तीन देशों में है, जिनसे वो संपर्क में है. पुतिन की ये टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की यूक्रेन की यात्रा के दो सप्ताह के भीतर आई थी. रूस की संवाद समिति ने पुतिन के हवाले से कहा, ‘हम अपने मित्रों और भागीदारों का सम्मान करते हैं, मेरा मानना ​​है, इस संघर्ष से जुड़े सभी मुद्दों को ईमानदारी से हल करना चाहते हैं, मुख्य रूप से चीन, ब्राजील और भारत. मैं इस मुद्दे पर अपने सहयोगियों के साथ लगातार संपर्क में हूं.’
सभी देशों से भी भारत के अच्छे संबंध
रूस के राष्ट्रपति के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने पिछले सप्ताह एक मीडिया को बताया था कि भारत यूक्रेन पर बातचीत शुरू करने में मदद कर सकता है. मोदी और पुतिन के बीच मौजूदा ‘अच्छे संबंधों’ को पर जोर देते हुए कहा कि भारतीय प्रधानमंत्री इस संघर्ष में शामिल पक्षों से प्रत्यक्ष जानकारी प्राप्त करने की दिशा में आगे की भूमिका निभा सकते हैं, क्योंकि भारत सिर्फ पुतिन ही नहीं बल्कि जेलेंस्की और अमेरिकियों के साथ अच्छेस संबंध रखते हैं. हालांकि, उन्होंने ये भी स्पष्ट किया था कि इस मुद्दे पर मध्यस्थता करने के लिए ‘कोई विशेष योजना’ नहीं है.
क्या है गल्फ कोऑपरेशन काउंसिल (जीसीसी)
मोदी ने 23 अगस्त को यूक्रेन का दौरा किया था, जहां उन्होंने राष्ट्रपति जेलेंस्की से कहा था कि यूक्रेन और रूस दोनों को बिना समय गंवाएं जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए एकसाथ बैठना चाहिए और भारत इस क्षेत्र में शांति बहाल करने के लिए ‘सक्रिय भूमिका’ निभाने के लिए तैयार है. जीसीसी एक प्रभावशाली ग्रुप है, इसमें संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, सऊदी अरब, ओमान, कतर और कुवैत शामिल हैं. वित्त वर्ष 2022-23 में जीसीसी देशों के साथ भारत का कुल व्यापार 184.46 अरब अमेरिकी डॉलर रहा है.
रियाद से जर्मनी जाएंगे विदेश मंत्री
रियाद में इस बैठक में भाग लेने के बाद जयशंकर जर्मनी जाएंगे. वहां वो जर्मन विदेश मंत्री के साथ-साथ जर्मन सरकार के नेतृत्व और कई मंत्रियों से मुलाकात करेंगे. द्विपक्षीय संबंधों के संपूर्ण पहलुओं की समीक्षा करेंगे. यह बर्लिन की उनकी तीसरी द्विपक्षीय यात्रा होगी. अपनी यात्रा के तीसरे और अंतिम चरण में जयशंकर जिनेवा जाएंगे.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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