दुनियां – भारत की सीमा में घुसने की कोशिश कर रहे थे बांग्लादेश के पत्रकार, भीड़ ने घेर लिया – #INA

बांग्लादेश पुलिस ने भारतीय बॉर्डर से 3 पत्रकारों और एक कार ड्राइवर को गिरफ्तार किया है. इनमें से दो पत्रकार प्रिंट और टीवी दोनों में अपने काम के लिए देश बेहद मशहूर हैं.
‘भोरेर कागोज’ के संपादक श्यामल दत्ता और ढाका के सबसे बड़े टीवी चैनलों में से एक ‘एकटर टीवी’ के प्रबंध निदेशक और मुख्य संपादक मुजम्मिल बाबू 16 सितंबर की सुबह मैमनसिंह से पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पत्रकारों को बॉर्डर के पास के गांव में भीड़ ने घेर लिया था और पुलिस के हवाला कर दिया.
आगे की जांच के लिए पत्रकारों को ढाका ले जाया गया है. बांग्लादेश में पहले भी हसीना सरकार से जुड़े अधिकारियों और पत्रकारों के खिलाफ हिंसा की खबरें आई हैं और पूर्व सरकार से जुड़े कई लोग भीड़ से बचने के लिए छिप गए हैं या देश से भाग गए हैं. पुलिस का आरोप है कि ये 4 आरोपी भारत भागने की मंशा से निजी कार से धोबौरा बॉर्डर पहुंचे थे.
“स्वतंत्र पत्रकारिता के वादे को कमजोर कर रही कार्रवाई”
बांग्लादेश के चैनल समोय टीवी ने बताया कि बाबू और दत्ता पर स्थानीय लोगों ने हमला किया और पुलिस को बुलाने से पहले उनके पैसे लूट लिए. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने पहले कहा था कि गंभीर आपराधिक मामलों का सामना कर रहे पत्रकारों को पूरी जांच के बिना गिरफ्तार नहीं किया जाएगा.
एक पुलिस अधिकारी ने जानकारी दी कि चारों पुलिस हिरासत में सुरक्षित हैं और उन्हें कानूनी कार्रवाई के लिए ढाका ले जाया गया है. शीर्ष संपादकों का प्रतिनिधित्व करने वाली बांग्लादेश संपादक परिषद ने पत्रकारों के खिलाफ हत्या के मामलों पर गहरी चिंता जाहिर की है और कहा है कि इस तरह की कार्रवाई अंतरिम सरकार के स्वतंत्र पत्रकारिता के वादे को कमजोर करती है.
शेख हसीना के करीबियों की हो रही गिरफ्तारी
ये पहला मौका नहीं जब हसीना सरकार से जुड़े लोगों को गिरफ्तार किया गया है. इससे पहले बांग्लादेश पुलिस ने पाकिस्तान के खिलाफ 1971 के बांग्लादेश लिब्रेशन मूवमेंट के युद्ध अपराधियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की वकालत करने वाले एक समूह के शीर्ष नेता शाहरियार कबीर को भी गिरफ्तार किया है.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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