दुनियां – क्वाड समिट से पहले अमेरिकी सांसदों ने लॉन्च किया QUAD कॉकस, बताया क्यों है खास – #INA

अमेरिका में 21 सितंबर को क्वाड समिट का आयोजन किया जा रहा है, जिसका हिस्सा बनने के लिए पीएम मोदी भी अमेरिका के तीन दिवसीय दौरे के लिए रवाना हो गए हैं. इसी के चलते क्वाड समिट से पहले अमेरिकी सांसदों के एक समूह ने शुक्रवार को अमेरिकी कांग्रेस में क्वाड कॉकस के गठन की घोषणा की. इस कॉकस का मकसद चारों देशों के सुरक्षा संवाद (क्वाड) (Quadrilateral Security Dialogue) को बढ़ावा देना है.
यह घोषणा चार देशों के शिखर सम्मेलन के शुरू होने से एक दिन पहले की गई, यानी शुक्रवार को क्वाड कॉकस की घोषणा की गई. कॉकस का मतलब होता है जब किसी चीज के लिए प्रतिनिधियों (उम्मीदवारों) को चुना जाए या नीति तय करने के लिए किसी राजनीतिक दल के सदस्यों या नेताओं की एक बैठक की जाए, उसको कॉकस कहते हैं.
राष्ट्रपति बाइडेन करेंगे मेजबानी
क्वाड चार देश (भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान) का एक ग्रुप है. इस साल क्वाड समिट के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ऑस्ट्रेलिया, भारत और जापान के नेताओं को डेलावेयर के विलमिंगटन स्थित अपने आवास में आमंत्रित किया है.
कई अहम मुद्दों पर होगी चर्चा
क्वाड नेता शिखर सम्मेलन में कई अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे. इस सम्मेलन में क्वाड ग्रुप की पिछले सालों में की गई मीटिंग की कामयाबी को लेकर चर्चा की गई. वहीं, साथ ही भविष्य के लिए एजेंडा भी सेट किया जाएगा. क्वाड के इस सम्मेलन के दौरान समुद्री सुरक्षा,जलवायु, स्वास्थ्य, तकनीक और स्पेस जैसे विषयों पर चर्चा की जा सकती हैं.
साथ ही इस सम्मेलन में वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की जा सकती है, जिसमें रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को लेकर भी बातचीत की जा सकती है.
क्वाड कॉकस का महत्व
कांग्रेस सदस्य अमी बेरा, रॉब विटमैन और सीनेटर टैमी डकवर्थ, पेट रिकेट्स ने क्वाड कॉकस के गठन की घोषणा की. बेरा ने कहा, इंडो-पैसिफिक क्षेत्र ग्लोबल सुरक्षा के और आर्थिक तरक्की के लिए काफी महत्वपूर्ण हो गए हैं. इसी के साथ यह जरूरी है कि अमेरिका अपने क्वाड पार्टनर्स के साथ संबंधों को मजबूत बनाए रखना जारी रखे.
उन्होंने क्वाड कॉकस के गठन और इसके महत्व पर रोशनी डालते हुए कहा, क्वाड कॉकस की शुरुआत क्षेत्र में शांति, स्थिरता और विकास को बढ़ावा देने की हमारी साझा कोशिश को सामने रखती है. समुद्री सुरक्षा, इंफ्रास्ट्रक्चर और जलवायु जैसे प्रमुख मुद्दों पर सहयोग को बढ़ावा देकर हम सभी के लिए एक सुरक्षित भविष्य सुनिश्चित कर सकते हैं. विटमैन ने कहा, अमेरिका, जापान, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच सहयोग इंडो-पैसिफिक के भविष्य की स्थिरता के लिए अहम है.
पीएम मोदी करेंगे द्विपक्षीय चर्चा
इस सम्मेलन के लिए पीएम मोदी भी रवाना हो गए हैं. यह समिट शनिवार को डेलावेयर के विलमिंगटन में आयोजित होगा. इस सम्मेलन की अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन मेजबानी करेंगे.पीएम मोदी अपने इस दौरे के दौरान राष्ट्रपति जो बाइडेन, पीएम अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय मीटिंग करेंगे, ऑस्ट्रेलिया के पीएम एंथोनी अल्बानीज और जापान के पीएम फुमियो किशिदा के साथ भी द्विपक्षीय चर्चा करेंगे.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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