दुनियां – क्या नसरल्लाह की मौत के पीछे भी ईरानी कनेक्शन? इन 5 वजहों से उठ रहे सवाल – #INA

नसरल्लाह के पास हिज्बुल्लाह के टॉप कमांडर्स का पहुंच पाना भी आसान नहीं था. नसरल्लाह से या तो ईरान के सीनियर आर्मी अफसर बात करते थे या फिर नसरल्लाह के बेहद करीबी लोग. नसरल्लाह कहां है, क्या कर रहा है इसकी जानकारी गिनती के लोगों के पास होती थी. नसरल्लाह की तलाश में दुनिया की सबसे तेज तर्रार खुफिया एजेंसी मोसाद के एजेंट महीनों से भटक रहे थे, लेकिन सटीक जानकारी कुछ दिन पहले मिली. जाहिर है नसरल्लाह के साथ किसी ने गद्दारी की, आखिर वो गद्दार कौन है? क्या ईरान की यात्रा करना नसरल्लाह की सबसे बड़ी भूल साबित हुई?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हिजबुल्लाह की जिस मीटिंग के लिए नसरल्लाह बेरूत के बंकर में पहुंचा था उसमें भी ईरान में हुई मीटिंग की ब्रीफिंग होनी थी. यानी मीटिंग का भी कनेक्शन ईरान से ही था और खबरों के मुताबिक एक ईरानी अफसर भी नसरल्लाह के साथ था. इसलिए यह सवाल उठने लगे है कि क्या इजराइल को ईरान के रास्ते नसरल्लाह के लोकेशन की जानकारी मिली थी?
हेडक्वार्टर पहुंचने के ठीक 5 मिनट बाद हुआ हमला
दावा किया गया है कि नसरल्लाह बेरूत में हिजबुल्लाह के सेंट्रल हेडक्वार्टर में शाम 6 बजे पहुंचे था और शाम 6 बजकर 5 मिनट पर इजरायल ने स्ट्राइक कर दी. मतलब इजरायल ने नसरल्लाह के पहुंचने के सिर्फ 5 मिनट बाद बमबारी शुरु की. यानी जानकारी बेहद सटीक थी. तो सवाल ये है कि ये जानकारी कहां से लीक हुई?
ईरान से कनेक्शन को लेकर उठ रहे ये पांच सवाल?

नसरल्लाह और उसके साथ मारे गए बड़े कमांडर दो दिन पहले ही ईरान से एक गुप्त दौरा कर वापस लौटे थे
क्या ईरान सरकार में पूरी तरह से इजराइल की घुसपैठ हो चुकी है, हानिया को भी ईरान में मारा गया था?
हमास का कमांडर दाएफ जिस दिन मारा गया था उससे 2 दिन पहले वो IRGC के सीनियर कमांडर से मिला था.
हिजबुल्लाह के कमांडर फवाद शुक्र के मारे जाने से पहले उसने ईरान से हथियार की खेप ली थी.
टॉप कमांडर मोहम्मद सरूर 26 सितंबर को मारा गया, 24 सितंबर को वो ईरानी प्रॉक्सी को सीरिया में ट्रेनिंग देकर लौटा था

इजराइल ने ऑपरेशन को नाम दिया था यह नाम
दरअसल इजरायल ने हिजबुल्ला के चीफ हसन नसरल्लाह को खत्म करने के लिए एक खास रणनीति पर बना किया. इजराइल ने नसरल्लाह के खिलाफ जो ऑपरेशन शुरू किया था उसे ‘न्यू ऑर्डर’ नाम दिया था.सबसे बड़ी बात इजरायल के पीएम नेतन्याहू के न्यूयॉर्क जाने से पहले ही ऑपरेशन ‘न्यू ऑर्डर’ को एक्टिवेट किया था. जैसे ही इजराइल को नसरल्लाह के सटीक लोकेशन के बारे में पता चला उसने अपने सबसे घातक हथियार को लॉन्च कर दिया है और पल भर में हिजबुल्लाह चीफ का अंत हो गया.
ईरान में पांच दिनों का सार्वजनिक शोक
इजराइली हमले में हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर खामेनेई ने देश में पांच दिनों के लिए सार्वजनिक शोक की घोषणा की है. खामेनेई ने कहा है कि मैं महान नसरल्लाह और उनके शहीद साथियों की शहादत के लिए अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं और ईरान में पांच दिनों के सार्वजनिक शोक की घोषणा करता हूं.
(टीवी9 ब्यूरो रिपोर्ट)

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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