प्रभारी जिलाधिकारी ने जीएमसीएच का किया औचक निरीक्षण..मरीजों एवं एटेंडेंट से लिया फीडबैक..जीएमसीएच प्रशासन को दिया आवश्यक दिशा-निर्देश।
संवाददाता-राजेन्द्र कुमार
बेतिया। प्रभारी जिलाधिकारी, सुमित कुमार ने आज जीएमसीएच का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के क्रम में चिकित्सकों, नर्सेंज एवं अन्य कर्मियों की उपस्थिति की जांच की गयी। साथ ही ओपीडी/आईपीडी में उपस्थित मरीजों एवं उनके एटेंडेंट से जीएमसीएच द्वारा दी जा रही सुविधाओं एवं ईलाज को लेकर फीडबैक लिया गया। इसके साथ ही दवा की उपलब्धता की स्थिति, पैथोलॉजिकल सेवाओं की सुविधा सहित अन्य बिन्दुओं की विस्तृत जांच की गयी।
जांच के क्रम में यह पाया गया कि डॉक्टरों द्वारा जीएमसीएच के मरीजों को कुछ दवा बाहर से क्रय करने हेतु स्लीप दिया जा रहा है। इसको लेकर भी अधीक्षक, जीएमसीएच को पारदर्शिता बनाये रखने हेतु सिस्टम विकसित करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया।
प्रभारी जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जीएमसीएच का संचालन स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देशों का शत-प्रतिशत अनुपालन करते हुए किया जाय। मरीजों को बेहतर चिकित्सीय सुविधा के साथ ही सरकार द्वारा देय अन्य सभी सुविधाएं उन्हें ससमय मुहैया करायी जाय। उन्होंने निर्देश दिया कि मरीजों के समुचित ईलाज एवं उनके देखभाल में किसी भी तरह की लापरवाही, शिथिलता एवं कोताही नहीं बरती जाय। ऐसा करने वाले डॉक्टरों, नर्सेज एवं अन्य कर्मियों के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी।
निरीक्षण के दौरान प्रभारी जिलाधिकारी द्वारा एक मरीज बनकर बिल्कुल ही प्रारंभ से सभी व्यवस्थाओं को बारीकी से एक-एक स्टेप को देखा गया तथा कमी पाए जाने पर सुधारात्मक कार्रवाई का निर्देश दिया गया।
वार्डों के निरीक्षण के क्रम में मरीज के साथ अटेंडेंट या परिजन के बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने आवश्यक दवाईयों की उपलब्धता हेतु ससमय इंडेंट करने का निर्देश दिया गया। साथ ही जो दवाई एक्सपायर होने वाली हो उसे पहले खपत करने का निर्देश दिया गया।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी के द्वारा कंट्रोल एंड कमांड सेंटर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के क्रम में प्रभारी जिलाधिकारी ने कहा कि मरीज के परिजन कई बार जानकारी के अभाव में इधर से उधर भटकते रहते हैं और कई बार ससमय इलाज के अभाव में मरीज की स्थिति नाजुक हो जाती है। इसलिए बेहतर सुविधा से युक्त हेल्प डेस्क अधिष्ठापित कराने का निर्देश दिया गया। साथ ही जगह जगह पर स्टैंडी के माध्यम से आवश्यक जानकारी यथा कौन सा वार्ड किधर है, किन डॉक्टरो की ड्यूटी है इत्यादि प्रदर्शित कराने का निर्देश दिया गया।
उन्होंने निर्देश दिया कि जीएमसीएच में डॉक्टरों, नर्सेज एवं अन्य कर्मियों की रोस्टरवाइज उपस्थिति हर हाल में होनी चाहिए। अनाधिकृत रूप से कोई भी डॉक्टर, नर्सेंज एवं अन्य कर्मी अनुपस्थित नहीं रहने चाहिए। उन्होंने निर्देश दिया कि जीएमसीएच के मेडिकल वेस्ट का प्रॉपर तरीके से निस्तारण करने की व्यवस्था की जाय।
इस अवसर पर अपर समाहर्ता, विभागीय जांच, कुमार रविन्द्र, अपर समाहर्ता-सह-जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी, अनिल कुमार सिन्हा, अनुमंडल पदाधिकारी, बेतिया सदर, विनोद कुमार, अमरेंद्र कुमार, जिला भूअर्जन पदाधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।