दुनियां – 11 महीने का सीक्रेट ऑपरेशन, 9 एयर स्ट्राइक और 9 टारगेट… इजराइल ने ऐसे किया अपने सबसे बड़े दुश्मन का खात्मा – #INA

हिजबुल्लाह की टॉप लीडरशिप को मारने का प्लान इजराइल ने 11 महीने पहले ही तैयार कर लिया था. बीते साल 8 अक्टूबर को ऑपरेशन अल अक्सा के बाद हिजबुल्लाह ने इजराइल के खिलाफ हमले तेज कर दिए थे. इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के वॉर रूम में तभी ये तय हो चुका था कि इस बार हमास के साथ हिजबुल्लाह के खतरे को भी हमेशा-हमेशा के लिए खत्म कर दिया जाएगा.
माना जा रहा है कि 8 अक्टूबर के बाद से हिजबुल्लाह के टॉप लीडर मोसाद के रडार पर थे. इजराइल की खुफिया एजेंसियां नसरल्लाह समेत बाकी लीडर्स की लोकेशन ट्रेस कर रही थी. हमास के कमजोर होने तक सिर्फ हिज्बुल्लाह पर नजर रखी गई. इजरायल की कोशिश एक-एक कर सभी टॉप कमांडर्स को खत्म करने की थी, लेकिन पहले किलिंग के बाद ही हिजबुल्लाह को शक हो गया था.
8 अक्टूबर की घटना के बाद करीब 6 महीने हमास को तबाह करने के बाद इजराइल ने एक बार फिर अपना ऑपरेशन जून 2024 में शुरू किया. 12 जून को नासेर यूनिट चीफ तालेब समी अब्दुल्लाह को एयर स्ट्राइक में खत्म कर दिया. जुलाई में इजरायल ने अजीज यूनिट चीफ मोहम्मद नासिर और सीनियर कमांडर फवाद शुक्र को मार डाला.
पेजर ब्लास्ट के बाद शुरू हुआ तनाव का नया दौर
इजराइल और हिजबुल्लाह में तनाव का नया दौर 17 और 18 सितंबर को उस वक्त शुरू हुआ, जब लेबनान में अचानक पेजर और वॉकी-टॉकी समेत दूसरे इलेक्ट्रॉनिक उपकरण फटने लगे. इसे इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद का एक्शन बताया गया जिसमें हिजबुल्लाह के कई लड़ाकों समेत करीब 39 लोग मारे गए.
सितंबर में ऑपरेशन चीफ इब्राहिम अकील, रादवान का ट्रेनिंग चीफ अहमद वहाबी, साउदर्न फ्रंट कमांडर अली कराकी और आखिर में हिज्बुल्लाह चीफ नसरल्लाह को एयर स्ट्राइक में खत्म कर दिया. इजराइल ने इन सभी अलग-अलग जगहों पर की गई करीब 8 एयर स्ट्राइकर में ढेर किया. इसके बाद इजराइल की ओर से 27 सितंबर को सीधे नसरल्लाह पर हमला बोला गया जिसमें उसकी मौत हो गई.
हाशेम साफीद्दीन को मिल सकती है कमान
हिजबुल्लाह प्रमुख हसन नसरल्लाह इजराइली हमले में मारा जा चुका है. अब पूरी दुनिया की नजर एक बात पर टिकी है कि अब हिजबुल्लाह का क्या होगा? क्या नसरल्लाह का वारिस इस चरमपंथी संगठन को नया मुकाम दे पाएगा या फिर हिजबुल्लाह अब इतिहास के पन्नों में सिमट कर रह जाएगा? माना जा रहा है कि हिजबुल्लाह की कमान अब हाशेम साफीद्दीन को मिल सकती है.
हाशेम साफीद्दीन हसन नसरल्लाह का रिश्ते में भाई है. फिलहाल वो हिजबुल्लाह के राजनीतिक मामलों और जिहाद काउंसिल के काम देखता है. 2017 में ही साफीद्दीन को अमेरिका ने आतंकी घोषित किया था. हिजबुल्लाह के लड़ाकों के साथ-साथ ये ईरान का भी करीबी है, जिसकी मदद के बूते हिजबुल्लाह का वजूद है, जिसके हथियारों से इस चरमपंथी संगठन की ताकत है.
हमले के वक्त नसरल्लाह के साथ मौजूदा था हाशेम
कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि जिस समय इजराइल ने नसरल्लाह पर हमला बोला था उस वक्त हाशेम साफीद्दीन भी उसके साथ मौजूदथा, लेकिन अटैक में वो जिंदा बच गया है. साफीद्दीन का ईरान कनेक्शन भी है. माना जा रहा है कि उसने ईरान में रहकर पढ़ाई की है.
इजराइल जिस तरह से हिजबुल्लाह का नामो-निशान मिटाने में जुटा है ऐसे में साफीद्दीन की जिंदगी कितने दिनों की है? इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है क्योंकि इजराइल ने इस संगठन की जड़ें पूरी तरह से कुरेद दी हैं. नसरल्लाह की मौत के बाद भी इजराइल शांत नहीं रहने वाला है. इजराइल के रक्षा मंत्री का बयान भी कुछ इसी ओर से इशारा कर रहा है.
इजराइल के रक्षा मंत्री बोले- यहे बदलाव का समय है
इजराइली रक्षा मंत्री योआव गैलेंट ने कहा कि हमने हिजबुल्लाह के नेता हसन नसरल्लाह को खत्म कर दिया है. वो हजारों इजराइली और विदेशी नागरिकों का हत्यारा था. वो हजारों इजराइली और अन्य लोगों के जीवन के लिए खतरा था. मैं अपने दुश्मनों से कहता हूं-हम मजबूत और दृढ़ संकल्पित हैं. अपने दोस्तों से मैं कहूंगा कि हमारा युद्ध, आपका युद्ध है और लेबनान के लोगों से मैं कहता हूं कि हमारा युद्ध आपके साथ नहीं है. ये बदलाव का समय है.
पिछले साल 7 अक्टूबर के बाद से तनाव चरम पर
पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास ने इजराइल में घुस कर नरसंहार किया. इसके जवाब में इजराइली सेना ने गाजा में जंग छेड़ दी. ऐसे में हिज्बुल्लाह भी उत्तरी छोर से हमास के साथ इजराइल पर हमले करने लगा तो जवाब में इजराइली सेना ने भी दक्षिणी लेबनान पर रॉकेट दागने शुरू कर दिए. तब से लेकर अब तक तनाव का दौर चल ही रहा है.
( टीवी9 ब्यूरो रिपोर्ट)

Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

Source link

Back to top button