दुनियां – भगोड़े जाकिर नाइक का पाकिस्तान में रेड कार्पेट वेल्कम, एयरपोर्ट पर ही उतर गई पूरी PAK सरकार – #INA

भारत का वांटेड जाकिर नाइक पाकिस्तान पहुंचा हुआ है. 28 अक्टूबर तक वो पड़ोसी मुल्क में रहेगा. इस्लामाबाद, कराची और लाहौर में उसका कार्यक्रम है. सोमवार को जब वह पाकिस्तान पहुंचा तो उसके स्वागत में पूरी पाकिस्तान सरकार बिछ गई. कई मंत्री उसका स्वागत करने के लिए इस्लामाबाद एयरपोर्ट पहुंचे.
प्रधानमंत्री युवा कार्यक्रम के अध्यक्ष राणा मशहूद, धार्मिक मामलों के मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव सैयद अत्ता-उर-रहमान और धार्मिक मामलों के संसदीय सचिव शमशेर अली मजारी उसे लेने के लिए एयरपोर्ट पर मौजूद रहे. फिर शाम को जाकिर नाइक ने पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मामलों के मंत्री मोहम्मद इशाक डार से मुलाकात की. उसने तस्वीर भी साझा की.
जाकिर का होगा संबोधन
द ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के अनुसार जाकिर नाइक इस्लामाबाद, कराची और लाहौर में सार्वजनिक भाषण देने वाला है और वह शुक्रवार की प्रार्थना सभाओं का नेतृत्व और संबोधन भी करेगा. जाकिर नाइक के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कराया है. वह 2016 से मलेशिया में रह रहा है.
एनआईए की कार्रवाई जुलाई 2016 के ढाका आतंकी हमले के बाद आई, जहां हमलावरों में से एक ने स्वीकार किया कि वह अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से नाइक के उपदेश से प्रभावित था. भारत ने उसके प्रत्यर्पण का अनुरोध किया है, लेकिन मलेशिया ने अब तक इसका अनुपालन नहीं किया है.
जाकिर नाइक के बेटे ने खोले कई राज
हाल ही में जाकिर नाइक के बेटे फारिक नाइक ने एक शो में बताया कि उसका परिवार जब विवाद में आया तब वे भारत में नहीं थे.
फारिक ने कहा, मीडिया में कहा गया कि जाकिर नाइक भारत से भाग गए लेकिन यह सच नहीं है. हम उस समय मक्का में थे. विवाद ईद से एक दिन पहले शुरू हुआ.
धर्म परिवर्तन के मुद्दे पर फारिक ने कहा कि जब वह भारत में था तो उसे इस्लाम कबूल कराने वाले एक इस्लामिक संगठन से जोड़ा
जाता था. अब वह मलेशिया में है जहां इस्लाम कबूल करने की दर बढ़ रही है. जब फारिक से पूछा गया कि उसने कितने लोगों को इस्लाम कबूल कराया है तो उसने मैंने केवल दो-तीन लोगों को इस्लाम कबूल कराया है लेकिन इंडिया छोड़ने के बाद जाकिर जब से सोशल मीडिया और लाइव टीवी पर आए तो इस दौरान कई लोग इस्लाम को अपना रहे हैं.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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