दुनियां – Israel Hamas War: अभी नहीं रुकेगा इजराइल, सिनवार के खात्मे के बाद IDF ने तय किया नया टारगेट – #INA
7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हमास ने हमला किया था. इसके बाद शुरू हुए युद्ध के एक साल से अधिक समय के दौरान इजराइल ने हमास और लेबनानी हिजबुल्लाह समूह के कई लीडरों को मार डाला है. इज़राइल ने गाजा में बुधवार को एक ऑपरेशन में हमास के राजनीतिक ब्यूरो के प्रमुख याह्या सिनवार को मारने की घोषणा की, जो पिछले साल 7 अक्टूबर को इज़राइल पर हुए हमलों के मास्टरमाइंड में से एक था.
सिनवार को मारने के बाद इजराइल के पीएम नेतन्याहू ने हमास से अपील की है कि अगर वह बंधक बनाए गए इजराइली नागरिकों को छोड़ देता है तो युद्ध पर लगाम लगाने पर विचार किया जाएगा. दूसरी तरफ इजराइली सेना अभी रुकने के मूड में नहीं है. हमास को पूरी तरह से आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर करने करने की इजराइली जनरल्स की एक योजना सामने आई है.
क्या है इजराइल का नया प्लान?
इजराइली सेना ने उत्तरी गाजा पट्टी में बड़े पैमाने पर अभियान चलाया और नए आदेश जारी किए हैं. इजराइली सेना ने इलाके में खाने की सप्लाई भी रोक दी है. योजना सिर्फ एक पारंपरिक सैन्य योजना नहीं है बल्कि एक नाटकीय परिदृश्य का प्रतिनिधित्व करती है. इसका उद्देश्य गाजा पट्टी पर असाधारण दबाव डालकर उत्तर में हमास का गला घोंटना और उसे आत्मसमर्पण करने के लिए मजबूर करना है.
योजना के अनुसार, जो भी नागरिक उत्तर में रहना चाहेगा, उसे लड़ाकू माना जाएगा और इजराइली बलों को सैन्य नियमों के अनुसार उन्हें निशाना बनाने की अनुमति दी जाएगी. हमास के सदस्यों को दबाने के लिए सेनाएं पानी, भोजन, दवा और ईंधन जैसे बुनियादी संसाधनों पर पूर्ण नाकाबंदी लगा देंगी.
इस योजना में गाजा को दो क्षेत्रों में विभाजित करके उत्तरी पट्टी पर नियंत्रण लागू करने की कोशिश की जाएगी. इसका उद्देश्य हमास से मुक्त एक नया प्रशासन स्थापित करना है. हालांकि इजराइली सरकार ने योजना को पूरी तरह से लागू करने का फैसला नहीं लिया है लेकिन एपी की एक रिपोर्ट से पता चलता है कि इसके कुछ हिस्सों को वास्तव में जमीन पर लागू किया जा रहा है. विभिन्न स्रोतों ने पुष्टि की है कि नेतन्याहू ने साक्ष्य के साथ योजना का अध्ययन किया है, जिससे पता चलता है कि क्षेत्र की रणनीति लागू की गई थी.
IDF ने सेट किया नया टारगेट
सिनवार के मारे जाने के बाद इजराइली सेना ने घोषणा की है कि वह सक्रिय रूप से हमास नेता याह्या अल-सिनवार के भाई मोहम्मद अल-सिनवार और हमास के सभी सैन्य नेताओं की तलाश कर रहा है. इजराइली सेना के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने कहा, आईडीएफ गाजा में हमास और उसके बुनियादी ढांचे के खिलाफ काम करना जारी रखेगा. हालांकि, उन्होंने इस बात से भी इनकार किया कि इजराइल उत्तरी गाजा को घेरने के लिए जनरल की योजना को लागू कर रहा था और कहा कि इजराइली सेना की अपनी योजनाएं हैं, जो अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करती हैं.
याह्या अल-सिनवार का भाई मोहम्मद अल-सिनवार हमास आंदोलन की सैन्य शाखा अल-कसम ब्रिगेड की खान यूनिस ब्रिगेड के कमांडर था. वो गिलाद शालिट में इजराइली सैनिक के अपहरणकर्ताओं में से एक था. मोहम्मद अल-सनवर को गाजा सुरंगों का इंजीनियर माना जाता है. उसने भूमिगत सुरंग नेटवर्क के निर्माण के लिए पट्टी में सबसे बड़ी परियोजनाओं का डिजाइन किया था. उसे हमास में अपने भाई का संभावित उत्तराधिकारी भी माना जाता है. हिब्रू मीडिया के अनुसार, वह बहुत सक्रिय है और चीजों का प्रबंधन करता है, जिसने उसे गाजा पट्टी के अन्य नेताओं के साथ इजराइल की टारगेट सूची में टॉप पर रखा है.
कौन है मोहम्मद सिनवार
रॉयटर्स के अनुसार, 49 वर्षीय मोहम्मद सिनवार ज्यादातर किसी की नजर में नहीं आया है. मीडिया के सामने भी बहुत कम ही आया है. गाजा में कई लोग दावा करते हैं कि सिनवार अपने भाई याह्या की तुलना में सैन्य शाखा में अधिक महत्वपूर्ण हैं और उन्होंने 2011 में शालिट सौदे के लिए इजराइल के साथ अप्रत्यक्ष वार्ता की थी, जिसके परिणामस्वरूप याह्या सिनवार की रिहाई हुई. 1989 में जब याह्या को गिरफ्तार किया गया और 5 आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई, तब मोहम्मद 14 साल का था.
1991 में मोहम्मद सिनवार को संदिग्ध आतंकवादी गतिविधि के लिए आईडीएफ द्वारा गिरफ्तार किया गया था. फिर कट्ज़ियोट जेल में कैद किया गया था लेकिन नौ महीने बाद रिहा कर दिया गया. मोहम्मद को इजराइली दबाव के चलते फिलिस्तीनी सुरक्षा बलों द्वारा भी बार-बार गिरफ्तार किया गया और आखिरकार उसे कुल तीन साल उनकी हिरासत में बिताने पड़े. अप्रैल 2003 में उसका कद और बढ़ गया, जब इजराइल ने अपने आतंकवाद विरोधी अभियान फिर से शुरू किए और एक आईडीएफ हेलीकॉप्टर ने मोहम्मद के करीबी सहयोगी साद अल-अरबीद को निशाना बनाकर मार डाला. मोहम्मद सिनवार छह हत्या के प्रयासों से बच चुका है, जिनमें सबसे हालिया मई 2021 में ऑपरेशन गार्जियन ऑफ़ द वॉल्स के दौरान हुआ था.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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