दुनियां – गाजा पर कब्जा कर यहूदियों को बसाना चाहता है इजराइल? दक्षिणपंथी मंत्री बेन-ग्वीर ने कहा-ऐसा करना मुमकिन – #INA
क्या इजराइल गाजा पर कब्जा करना चाहता है? यह सवाल इसलिए पूछा जा रहा है क्योंकि इजराइल के दक्षिणपंथी मंत्री इतमार बेन-ग्वीर ने इसे लेकर एक बड़ा बयान दिया है. बेन-ग्वीर अपने विवादित बयानों और एक्शन के लिए जाने जाते हैं. कभी वह अल-अक्सा मस्जिद के परिसर में समर्थकों के साथ घुस जाते हैं तो कभी वह इजराइल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक पर फिलिस्तीनियों से ज्यादा अपना अधिकार बताते हैं.
बेन-ग्वीर के विवादित बयानों और एक्शन की वजह से ही ब्रिटेन में उन पर प्रतिबंध लगाने की भी तैयारी चल रही है. ताजा विवाद का कारण बेन ग्वीर के गाजा पर कब्जे से जुड़े हुए बयान को बताया जा रहा है. 21 अक्टूबर को एक इजराइल की सत्ताधारी पार्टी की ओर से सेटलमेंट कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था. जहां बेन ग्वीर ने गाजा को फिलिस्तीनियों से खाली कराने की बात कही.
मंत्री बेन-ग्वीर के बयान पर बवाल
बेन ग्वीर ने कहा कि, ‘हमारे लिए गाजा को दोबारा बसाना मुमकिन है, हम गाजा में कफार दारोम बना सकते हैं, हम नेत्जारिम अस्तमोना का दोबारा निर्माण कर सकते हैं.’ गाजा में विस्थापन को बढ़ावा देने की बात करते हुए उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी और सच बात है कि गाजा में विस्थापन को बढ़ावा देना ही समस्या का सबसे सही समाधान है. बेन ग्वीर ने कहा कि ‘जबरन नहीं लेकिन हमें उनसे (फिलिस्तीनियों से) कहना चाहिए कि हम मौका दे रहे हैं उन्हें इस जमीन को छोड़कर किसी और देश में जाकर बसने का, यह जमीन इजराइल की है.’
गाजा में 90 फीसदी आबादी विस्थापित
गाजा फिलिस्तीन का हिस्सा है, लेकिन यह जमीनी तौर पर फिलिस्तीन से जुड़ा क्षेत्र नहीं है. तीन ओर से यह इजराइल से घिरा है, दक्षिण में मिस्र बॉर्डर है तो वहीं पश्चिम में भूमध्यसागर. गाजा पट्टी करीब 365 वर्गकिलोमीटर का एक छोटा सा क्षेत्र है जो दुनिया की सबसे घनी आबादी वाले इलाकों में से एक माना जाता है. करीब 23 लाख फिलिस्तीनी यहां रहते हैं लेकिन इजराइल-हमास युद्ध के कारण गाजा की 90 फीसदी आबादी को विस्थापित होना पड़ा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गाजा में अब तक 20 लाख लोग विस्थापित हो चुके हैं, जंग के शुरुआती 5 दिनों में ही गाजा की करीब 4 लाख आबादी को अपना घर छोड़ना पड़ा था.
संयुक्त राष्ट्र के OCHA के रिकॉर्ड्स के मुताबिक गाजा की करीब 2 लाख आबादी UNRWA के 110 शरणार्थी शिविरों में रह रहे हैं. वहीं इजराइली हमलों के कारण आबादी का एक बड़ा हिस्सा करीब 15 लाख लोग राफाह में शरण लेने को मजबूर हैं.
फिलिस्तीन में विस्थापन का इतिहास
इजराइल की स्थापना के बाद से बड़ी संख्या में फिलिस्तीनियों को अपना घर छोड़ना पड़ा. 1948 में जब इजराइल अस्तित्व में आया तब करीब 7 लाख से ज्यादा लोग विस्थापित हुए थे. वहीं 1967 में मिस्र, सीरिया और जॉर्डन ने मिलकर इजराइल पर हमला कर दिया. महज 6 दिनों में ही इजराइल इस जंग को जीतने में कामयाब रहा, इस युद्ध के दौरान करीब 3 लाख फिलिस्तीनियों को विस्थापित होना पड़ा. विस्थापन की इस त्रासदी को फिलिस्तीनी लोग अरबी में ‘नकबा’ कहते हैं.
इजराइल ने जब 8 अक्टूबर को हमास के अटैक के जवाब में गाजा पर हमले शुरू किए थे तभी आशंका जताई गई थी कि इस युद्ध के चलते गाजा में एक बहुत बड़ी आबादी को विस्थापित होना पड़ेगा.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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