दुनियां – ट्रंप के राष्ट्रपति बनने से कनाडा को किस बात का सताया डर, ट्रूडो ने फोन पर की बात – #INA

अमेरिका में एक बार फिर डोनाल्ड ट्रंप की सत्ता कायम होने जा रही है. इसी के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो में डर बढ़ गया है. कनाडा 75 फीसदी एक्सपोर्ट को लेकर अमेरिका पर निर्भर है, इसी के चलते ट्रूडो में टैरिफ को लेकर डर बढ़ गया है. जस्टिन ट्रूडो, डोनाल्ड ट्रंप के जीत हासिल करने के बाद कनाडा-अमेरिका के संबंधों को लेकर एक विशेष कैबिनेट समिति का गठन कर रहे हैं.
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने गुरुवार को कहा कि वो डोनाल्ड ट्रंप के एक बार फिर से अमेरिका के राष्ट्रपति पद पर कायम होने पर कनाडा-अमेरिका के संबंधों को लेकर एक विशेष कैबिनेट समिति का गठन कर रहे हैं. उप प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड, जो देश की वित्त मंत्री भी हैं, समिति की अध्यक्षता करेंगी, जिसमें विदेशी मामलों, सार्वजनिक सुरक्षा और उद्योग के मंत्रियों सहित बाकी शीर्ष अधिकारी भी शामिल होंगे.
ट्रूडो ने की ट्रंप से बात
कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो ने बुधवार को अमेरिका चुनाव में ट्रंप की जीत के बाद उन्हें बधाई देने के लिए फोन किया. इस बातचीत के दौरान न सिर्फ ट्रूडो ने ट्रंप को बधाई दी बल्कि आगे की रणनीति और दोनों देशों के बीच के रिश्तों को मजबूत करने की कोशिश की और व्यापार को बढ़ाने के लिए हाथ बढ़ाया. ट्रंप और ट्रूडो ने कनाडा और मैक्सिको के साथ अपने पहले कार्यकाल के दौरान किए गए नए मुक्त व्यापार समझौते, यूएस-मेक्सिको-कनाडा समझौते पर चर्चा की, जिसने नाफ्टा की जगह ली थी.
हालांकि ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान एक बार ट्रूडो को “कमजोर” और “बेईमान” कहा था, लेकिन दोनों देशों के बीच संबंध दुनिया में सबसे करीबी बने हुए हैं.
कनाडा को किस बात का डर?
ट्रूडो के कार्यालय ने गुरुवार को एक बयान में कहा, “राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के लिए चुनाव के बाद, कैबिनेट समिति कनाडा-अमेरिका मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करेगी.” कनाडा दुनिया में सबसे अधिक व्यापार पर निर्भर देशों में से एक है और कनाडा का 75 प्रतिशत निर्यात अमेरिका को होता है. ट्रंप जब पहली बार राष्ट्रपति बने थे उस दौरान उन्होंने नॉर्थ अमेरिकी मुक्त व्यापार समझौते, या नाफ्टा पर फिर से बातचीत करने के लिए कदम उठाए थे. साथ ही रिपोर्ट के मुताबिक वो ऑटो सेक्टर पर 25 प्रतिशत टैरिफ पर विचार कर रहे थे, ट्रंप के इन कदमों को कनाडा के लिए खतरा माना गया था.
“अमेरिका के साथ हमारे मजबूत संबंध हैं”
कनाडा की विदेश मंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने कहा, मुझे पता है कि कनाडा के बहुत लोग चिंतित हैं. मैं कनाडावासियों से पूरी ईमानदारी और विश्वास के साथ कहना चाहती हूं कि कनाडा में सब कुछ बिल्कुल ठीक होगा. अमेरिका के साथ हमारे मजबूत संबंध हैं. राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी टीम के साथ हमारे मजबूत रिश्ते हैं. साथ ही उन्होंने कहा, अमेरिका के साथ हमारे व्यापारिक संबंध राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी टीम ने जो व्यापार समझौते बनाए थे उन्हीं के तहत संचालित होते हैं.
“टैरिफ से पहुंचेगा कनाडा को नुकसान”
हाल ही में चुनाव अभियान के दौरान, डोनाल्ड ट्रंप ने विदेशी सामान पर 10 प्रतिशत से 20 प्रतिशत तक टैरिफ लगाने का प्रस्ताव दिया था और कुछ भाषणों में इससे भी अधिक टैरिफ लगाने की बात सामने रखी थी.
टोरंटो यूनिवर्सिटी में पॉलिटिकल साइंस के प्रोफेसर नेल्सन वाइसमैन ने कहा, मुझे उम्मीद है कि मुक्त व्यापार समझौते में थोड़ा बदलाव किया जाएगा जैसा कि ट्रंप के पहले राष्ट्रपति काल के दौरान किया गया था. साथ ही उन्होंने कहा, टैरिफ कनाडा की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाएंगे लेकिन उसे पूरी तरह से चोट नहीं पहुंचाएंगे. कनाडा के पास अमेरिका से बातचीत करने के लिए कुछ कार्ड हैं जिनमें टैरिफ का प्रतिकार (Countervailing Tariffs) शामिल हैं.
अमेरिका और कनाडा के बीच रिश्ते
कनाडा सरकार का कहना है कि अमेरिका और कनाडा एक-दूसरे के सबसे बड़े व्यापार पार्टनर हैं. साल 2023 में हर दिन दोनों देशों के बीच लगभग 3.6 बिलियन कनाडाई डॉलर (2.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर) मूल्य की चीजों और सेवाओं का व्यापार हुआ.
अमेरिका और कनाडा के बीच रिश्ते काफी मजबूत है. दोनों देशों के बीच रक्षा, सीमा सुरक्षा और कानून पर मजबूत रिश्ते हैं. साथ ही दोनों देश बेसबॉल, हॉकी, बास्केटबॉल और सॉकर लीग के साथ संस्कृति, परंपराओं और मनोरंजन में ओवरलैप है. साथ ही दोनों देशों के बीच लगभग 400,000 लोग प्रतिदिन दुनिया की सबसे लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा पार करते हैं और लगभग 8 लाख कनाडाई अमेरिका में रहते हैं.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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