दुनियां – 12 साल से इजराइल के दुश्मनों की मेहमाननवाजी कर रहा था अमेरिका का ये दोस्त, एक आदेश पर कर दिया बाहर – #INA
हमास की मुश्किलें और बढ़ने वाली हैं. लंबे समय से कतर में रह रहे हमास के ऑफिशियल्स को अब कतर छोड़ना पड़ सकता है. सूत्रों के मुताबिक अमेरिका ने कतर को चेतावनी दी है कि वह दोहा में हमास के राजनीतिक ऑफिस को बंद करे और हमास के नेताओं को देश से बाहर निकाले.
2012 से कतर में हमास का राजनीतिक कार्यालय है. बंधक रिहाई डील और अस्थायी युद्ध विराम को बार-बार नकारने के बाद अमेरिका कतर पर दबाव बना रहा है कि हमास के दोहा स्थित ऑफिस को वह जल्द से जल्द बंद करे. कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी पिछले एक साल में कई बार कह चुके हैं कि हमास दोहा में इसलिए मौजूद है ताकि बातचीत जारी रखी जा सके और कतर तब तक इसे खुला रखेगा जब तक यह चैनल उपयोगी साबित होता रहेगा.
अमेरिका का सख्त रुख
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि बाइडेन प्रशासन ने कतर से कहा है कि वह दोहा से हमास को बाहर करे. कतर अमेरिका का मध्य पूर्व में एक खास अलाय है और मिस्र के साथ गाजा युद्ध में हुई शांति वार्ता में शामिल रहा है. अमेरिका ने ऐसा कदम तब उठाया है, जब हमास ने बंधक रिहाई के ताजा प्रस्ताव को ठुकरा दिया है. हमास का कहना है कि स्थायी युद्ध विराम के अलावा कोई दूसरा प्रस्ताव वह नहीं मानेगा.
कतर ने दी हमास को चेतावनी
अमेरिका सूत्रों के हवाले रॉयटर्स ने बताया कि कतर ने हमास नेताओं को दोहा ऑफिस खाली करने के निर्देश दिए हैं. हालांकि की कतर की तरफ से ऐसे किसी भी कदम की पुष्टि नहीं की गई है और यह भी साफ नहीं है कि कतर ने हमास नेताओं से देश छोड़ने के लिए कोई अंतिम तारीख दी है या नहीं.
कतर में हमास की मौजूदगी
कतर और हमास के रिश्ते काफी अच्छे रहे हैं. कतर गाजा और फिलिस्तीन के लिए हर साल अरबों डॉलर की मदद देता है. अमेरिका का मुख्य गैर-नाटो अलाय होने के साथ साथ कतर ने 2012 में हमास को अपनी राजधानी में जगह दी थी. तभी से हमास के बड़े नेता यहां रहते हैं और राजनीतिक गतिविधियों को यहां से संचालित करते हैं. हालांकि, अब अमेरिका के दबाव के चलते यह स्पष्ट हो गया है कि कतर को हमास का समर्थन कम करना पड़ सकता है.
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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम
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