दुनियां – अमेरिकी मिसाइल का जवाब परमाणु बम से देंगे पुतिन, बनाया तबाही वाला नया नियम – #INA

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने कार्यकाल के आखिरी दिनों में बड़ा फैसला करते हुए यूक्रेन को रूस के खिलाफ युद्ध में अमेरिकी मिसाइल के इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है. लेकिन अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपने एक दांव से दिखा दिया है कि वो इस खेल के कच्चे खिलाड़ी नहीं हैं.
पुतिन ने एक ऐसा नियम पास कर दिया है, जिससे अगर रूस की सरजमीं पर अमेरिकी मिसाइल गिरी तो दुनिया भर में तबाही आना तय है. राष्ट्रपति पुतिन ने नए न्यूक्लियर सिद्धांत पर हस्ताक्षर कर परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के नियमों में बड़े बदलाव को मंजूरी दे दी है.
न्यूक्लियर सिद्धांत में बदलाव को मंजूरी
नए न्यूक्लियर सिद्धांत के अनुसार, अगर किसी न्यूक्लियर ताकत वाले देश की मदद से रूस की जमीन पर कन्वेंशनल मिसाइल हमला होता है तो वह ऐसी स्थिति में परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के लिए स्वतंत्र होगा. रूस के न्यूक्लियर सिद्धांत में बदलाव की प्रक्रिया कई महीनों से चल रही थी, लेकिन पुतिन ने इसी हफ्ते बदलाव को मंजूरी देकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के उस फैसले का जवाब दिया है जिसमें उन्होंने यूक्रेन को लंबी दूरी वाली अमेरिकी मिसाइलों के रूस के खिलाफ इस्तेमाल को मंजूरी दी है.
एक ने छेड़ा तो किसी को नहीं छोड़ेंगे पुतिन!
रूस ने इस बदलाव में कन्वेंशनल मिसाइल के हमले के साथ-साथ ड्रोन या दूसरे एयरक्राफ्ट के अटैक को भी शामिल किया है. न्यूक्लियर सिद्धांतों में हुए बदलाव के अनुसार, रूस के खिलाफ किया गया ऐसा आक्रमण, अगर किसी गठबंधन के सदस्य देश की ओर से होता है तो मॉस्को इस आक्रमण को पूरे गठबंधन की ओर से किया गया हमला मानेगा. यानी अगर अमेरिकी हथियारों का इस्तेमाल रूस के खिलाफ होता है तो रूस इसके लिए पूरे NATO गठबंधन को जिम्मेदार मानेगा.
ट्रंप के बेटे ने बाइडेन की आलोचना की
इससे पहले अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बड़े बेटे ट्रंप जूनियर ने बाइडेन के इस फैसले की आलोचना की थी, डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने कहा था कि बाइडेन और डेमोक्रेटिक पार्टी उनके पिता के कार्यभार संभालने से पहले ही तीसरा विश्व युद्ध करवाना चाहते हैं जिससे ट्रंप को रूस-यूक्रेन के बीच शांति कायम करने का मौका न मिले.

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सौजन्य से टीवी9 हिंदी डॉट कॉम

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