Political – हरियाणा में होल्ड पर बीजेपी के कई दिग्गजों का टिकट, अधर में लटका सियासी भविष्य- #INA

हरियाणा: दिग्गजों का टिकट दांव पर

हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने अपने 67 उम्मीदवारों के नाम की पहली सूची जारी कर दी है लेकिन 23 सीटों पर अभी तक सस्पेंस बना हुआ है. बीजेपी के सात मौजूदा विधायकों सहित कई दिग्गज नेताओं के टिकट होल्ड पर हैं. नायब सिंह सैनी सरकार में मंत्री डॉ. बनवारी लाल, मंत्री सीमा त्रिखा ही नहीं बल्कि पूर्व मंत्री रामबिलास शर्मा और मनीष ग्रोवर जैसे नेताओं की सीट पर टिकट के लिए असमंजस की स्थिति बनी हुई है. बीजेपी ने जिस तरह अपनी पहली लिस्ट में तीन मंत्रियों सहित 9 विधायकों के टिकट काटे हैं, उसके चलते जिन दिग्गज नेताओं की सीट पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं हुआ है, वो कश्मकश में हैं.

हरियाणा में कुल 90 विधानसभा सीटें है, जिसमें से बीजेपी ने 67 सीट पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की गई है. 23 सीटें बची हुई हैं. माना जा रहा है जिन 23 सीटों पर टिकटों का ऐलान नहीं हुआ है, उसमें से गोपाल कांडा की पार्टी एचएलपी को सीटें मिल सकती हैं. गोपाल कांडा के साथ बीजेपी के गठबंधन की बात हो रही है. बीजेपी सिरसा जिले की तीन सीटें एचएलपी को दे सकती है, जिसके चलते उन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम की घोषणा नहीं की गई.

कई सीटों पर अभी तक नहीं हुई घोषणा

बीजेपी ने हरियाणा की जिन 23 विधानसभा सीटों पर टिकट की घोषणा नहीं की है- उसमें नारायणगढ़, पुंडरी, राई, असंध, गन्नौर बरौदा, जुलाना, नरवाना, डबवाली, सिरसा, ऐलनाबाद, रोहतक, महेंद्रगढ़, नारनौल, बावल, पटौदी, नूंह, फिरोजपुर, झिरका, पुन्हाना, हथीन, होडल , फरीदाबाद एनआईटी और बड़खल सीट शामिल हैं. सिरसा जिले की तीन सीटें अगर एचएलपी को देती तो उसके बाद भी 20 सीटें बच रही हैं, जिन पर बीजेपी को अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान करना है.

बीजेपी के दिग्गजों का टिकट होल्ड

हरियाणा में बीजेपी वरिष्ठ नेता पूर्व शिक्षा मंत्री व पार्टी अध्यक्ष रह चुके प्रो. रामबिलास शर्मा, पूर्व सहकारिता मंत्री मनीष ग्रोवर और पूर्व मंत्री ओपी यादव का टिकट होल्ड पर है. नायब सिंह सैनी सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री डॉ. बनवारी लाल, शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा, बीजेपी विधायक सत्यप्रकाश जरावता, लतिका शर्मा, पूर्व मंत्री कृष्णा गहलोत, विधायक जगदीश नय्यर और प्रवीन डागर के टिकट पर सस्पेंस बना हुआ है. इसके अलावा बीजेपी कई दिग्गज नेता, जो सीएम ऑफिस में थे, उनके चुनाव लड़ने पर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है.

शर्मा और ग्रोवर को टिकट देगी बीजेपी

हरियाणा में बीजेपी की सियासत में रामबिलास शर्मा वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं और पार्टी के कई बार अध्यक्ष रहे चुके हैं. 2014 में बीजेपी पूर्ण बहुमत के साथ हरियाणा में पहली बार सरकार बनाने में कामयाब रही तो उस समय भी प्रदेश में पार्टी की कमान उनके हाथों में रही. हरियाणा में मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में से एक थे. महेंद्रगढ़ विधानसभा सीट से बीजेपी के टिकट पर कई बार विधायक रहे चुके हैं. 2019 में विधानसभा चुनाव हार गए थे, जिसके बाद से सियासी हाशिए पर हैं.

बीजेपी ने महेंद्रगढ़ सीट से अभी तक टिकट की घोषणा नहीं की है, जिसके चलते रामबिलास शर्मा के चुनाव लड़ने पर सस्पेंस गहरा गया है. ऐसे ही पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर की सीट भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. मनीष ग्रोवर 2014 में पहली बार रोहतक से विधायक बने और मनोहर लाल सरकार में सहकारिता व शहरी स्थानीय निकाय मंत्री रहे. रोहतक सीट से एक बार फिर से टिकट की दावेदारी की है, लेकिन पार्टी ने उनकी सीट पर भी किसी को प्रत्याशी नहीं बनाया है. इसके चलते मनीष ग्रोवर के चुनाव लड़ने पर सस्पेंस गहरा गया है.

नायब सरकार के दो मंत्रियों का टिकट होल्ड

हरियाणा विधानसभा चुनाव में इस बार बीजेपी ने मौजूदा तीन मंत्रियों के टिकट पहली सूची में कांटे है. सोहना के विधायक और नायब सिंह सैनी सरकार में खेल मंत्री संजय सिंह और रानिया से बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला का टिकट पार्टी ने काट दिया है. बवानी खेड़ा सीट से मंत्री विशंभर वाल्मीकि का टिकट काट दिया गया है. वहीं नायब सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री डॉ. बनवारी लाल और शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा के टिकट पर भी अभी तक तलवार लटकी है.

मंत्री बनवारी लाल बावल सीट से लगातार दो बार 2014 और 2019 में विधायक बने. बीजेपी ने बावल से टिकट का ऐलान नहीं किया है. ऐसे ही शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा की सीट बड़खल पर भी बीजेपी ने टिकट का ऐलान नहीं किया है. इस तरह दोनों ही मंत्रियों के सीट पर संकट गहरा गया है. बावल से भरत सिंह टिकट मांग रहे हैं तो सीमा त्रिखा की सीट से रेणु भाटिया ने दावेदारी कर रखी है. ऐसे में बीजेपी इन दोनों ही सीटों पर सियासी मंथन करके मजबूत प्रत्याशी उतारने के फिराक में है.

जरावत-ओपी यादव के टिकट पर सस्पेंस

पटौदी से बीजेपी के मौजूदा विधायक सत्यप्रकाश जरावता की टिकट पहली लिस्ट में फाइनल नहीं हो सका. इसके चलते बीजेपी ने प्रत्याशी के नाम का ऐलान नहीं किया. केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह इस सीट से पूर्व विधायक बिमला चौधरी को चुनाव लड़ाना चाहते हैं. इसके चलते ही सत्यप्रकाश जरावत सीट पर पेंच फंस गया है. इसी तरह नारनौल विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक और पूर्व मंत्री ओम प्रकाश यादव का टिकट घोषित नहीं किया. यादव मनोहर सरकार में मंत्री रह चुके हैं और राव इंद्रजीत के करीबी माने जाते हैं.

सोनीपत जिले की गन्नौर, राई और बरोदा विधानसभा सीट पर बीजेपी ने टिकट होल्ड पर रखा है. गन्नौर सीट से बीजेपी की मौजूदा विधायक निर्मल रानी हैं, जिनके टिकट फाइनल नहीं हुआ. इस सीट पर मनोहर लाल खट्टर के करीबी देवेंद्र कादियान मांग रहे. सोनीपत से पूर्व सांसद रमेश चंद्र कौशिक के भाई देवेंद्र कौशिक भी इसी सीट से चुनाव लड़ने के फिराक में है. पूर्व मंत्री कृष्णा गहलोत की राई सीट से भी बीजेपी ने टिकट फाइनल नहीं किया. इसी तरह बरोदा सीट पर भी मामला उलझा हुआ है.

फरीदाबाद की सीट पर भी उलझा मामला

फरीदाबाद लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाली नौ में से पांच सीटों पर बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. फरीदाबाद, पलवल, बल्लबगढ़, पृथला और तिगांव सीट पर टिकट घोषित कर दिया है, लेकिन बड़खल, हथीन, होडल और फरीदाबाद एनआईटी सीट पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया. बड़खल में सीमा त्रिखा, होडल में जगदीश नय्यर और हथीन में प्रवीन डागर बीजेपी से मौजूदा विधायक हैं. इस सीट पर मामला इसीलिए भी पेंच फंस गया है, क्योंकि केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर अपने बेटे को बड़खल के चुनाव लड़ाना चाहते हैं.

मेवात की तीन सीट पर टिकट का सस्पेंस

मेवात इलाके की तीन सीट-नूंह, फिरोजपुर-झिरका और पुन्हाना विधानसभा सीट बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों के नाम का ऐलान नहीं किया था. बीजेपी ने 2019 में इन तीन सीटों में से दो पर मुस्लिम कैंडिडेट उतारे थे. बीजेपी ने पूर्व विधायक जाकिर हुसैन को नूंह से और फिरोजपुर झिरका से पूर्व विधायक नसीम अहमद को टिकट दिया था, लेकिन जीत नहीं सके. इस बार तीनों ही सीटों पर मुस्लिम चेहरे के साथ-साथ गैर-मुस्लिम नेता भी टिकट के दावेदार हैं. इसके चलते मामला फंस गया है. हिंदू और मुस्लिम समीकरण के चलते बीजेपी टिकट घोषित नहीं कर पा रही है. इसके अलावा राव इंद्रजीत का भी सियासी दखल इन तीनों ही सीटों पर है.

बीजेपी 23 सीटों पर कब खोलेगी पत्ते?

हरियाणा में सभी की निगाहें बीजेपी की बची 23 विधानसभा सीटों पर लगी है, जिन पर उम्मीदवारों का ऐलान पार्टी ने पहली लिस्ट में नहीं किया था. इस पर पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हरियाणा की बाकी बची हुई 23 सीटों पर भी अगले एक-दो दिन में पार्टी अपने उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर देगी. यह बात उन्होंने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद कही है. हरियाणा के विधानसभा चुनाव में नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. बीजेपी ने राज्य की 90 में से 67 सीट पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है और 23 सीट पर सभी की नजर है.

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