Political – जम्मू-कश्मीर चुनाव: घाटी में 34 प्रतिशत कश्मीरी पंडितों ने डाले वोट, अब रिजल्ट पर नजर- #INA
घाटी में 34 प्रतिशत कश्मीरी पंडितों ने डाले वोट, अब रिजल्ट पर नजर
जम्मू-कश्मीर के चुनाव में इस बार कश्मीरी पंडितों ने जमकर मतदान किया है. पूरे चुनाव में करीब 34 प्रतिशत कश्मीरी पंडितों ने मतदान किया है. कश्मीरी पंडितों ने सबसे ज्यादा 40 प्रतिशत मतदान दूसरे चरण में किया. तीसरे चरण में 30 और पहले चरण में करीब 31 प्रतिशत कश्मीरी पंडितों ने मतदान किया है.
चुनाव आयोग के मुताबिक तीसरे चरण के मतदान में 30 प्रतिशत कश्मीरी पंडितों ने अपने मत का प्रयोग किया. कश्मीरी पंडितों ने उत्तर कश्मीर के तीन जिलों के 16 विधानसभा क्षेत्रों के लिए जम्मू, उधमपुर और दिल्ली-एनसीआर में 24 विशेष मतदान केंद्रों पर अपने वोट डाले.
तीसरे चरण के मतदान के बाद राहत एवं पुनर्वास आयुक्त तथा निर्वाचन अधिकारी डॉ. अरविंद करवानी ने बताया, यहां पर पंजीकृत 18,357 विस्थापित पंडित मतदाताओं में से 5,545 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है.
विस्थापन की चुनौती के बावजूद भारी मतदान
1990 के विस्थापन का दंश झेल रहे कश्मीरी पंडितों ने घाटी में इस बार भारी मतदान किया है. हालांकि, ज्यादा से ज्यादा मतदान हो, इसके लिए प्रशासन की तरफ से भी काफी पहल की गई थी.
मतदान प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए जम्मू और उधमपुर के सभी मतदान केंद्रों पर राहत एवं पुनर्वास विभाग ने विशेष व्यवस्था की थी. कश्मीरी पंडितों के मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के विशेष प्रबंध भी किए गए थे.
घाटी से 3.5 लाख कश्मीरी पंडित हुए थे विस्थापित
1990 के दशक में घाटी में हिंसा भड़कने के बाद करीब 3.5 लाख कश्मीरी पंडित पलायन कर गए थे. अनुच्छेद 370 हटने के बाद सरकार इन पंडितों को पुनर्वास करने की कोशिशों में जुटी है.
दक्षिण कश्मीर में इस बार पंडित उम्मीदवार भी भारी संख्या में मैदान में उतरे थे. इस बार यहां कुल 14 पंडित उम्मीदवार चुनावी मैदान में थे, जिसमें से सबसे ज्यादा 6 उम्मीदवार हब्बा कदल में थे.
8 अक्टूबर को गिने जाएंगे वोट, 5 को एग्जिट पोल
कश्मीर की सभी 90 सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है. 8 अक्टूबर को मतों की गिनती होगी. 5 अक्टूबर को सर्वे एजेंसी अपना एग्जिट पोल जारी कर सकेंगे.
घाटी में सरकार बनाने के लिए 46 विधायकों की जरूरत पड़ेगी. इस बार बीजेपी और कांग्रेस गठबंधन के बीच यहां सीधा मुकाबला है.
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