Tach – Explainer : कोई देख रहा आपको हमेशा…हर कहीं…हर समय… कौन है वो… आधी से ज्यादा दुनिया पर इसकी नजर

हाइलाइट्स

गूगल के पास पिछले कुछ सालों से आपका हर डेटा है, जिससे वो आपकी हर बात बता देगाआप जो लिखते हैं, बोलते हैं, जाते हैं – वो सब वो जानता है, आपके सारे सीक्रेट्स उसके पास हैंआपके सोने उठने बैठने , आने – जाने, मिलने जुलने दोस्तों के बारे में वह सबकुछ जानता है

दुनिया में कोई आपके बारे में सबकुछ जानता हो शायद घरवाले भी नहीं लेकिन यकीन मानिए कि गूगल आपके बारे में हर चीज जानता है. आपकी पसंद, नापसंद, आदतें …आना-जाना सबकुछ …कैसे

ये बात सच है कि दुनिया में एक ऐसी चीज है, जो आपके बारे में सबकुछ जानता है. शायद ये भी कि सुबह से उठकर आप दिनभर क्या करेंगे. कहां आएंगे जाएंगे. क्या खाएंगे. किससे मिलते हैं. ये बात खतरनाक भी है. आखिर कैसे गूगल के पास दुनिया में हर शख्स की कुंडली है. अगर आप चाहते हों कि गूगल को अपनी जिंदगी से दूर कर दीजिए तो शायद मुश्किल होगा.

गूगल ऐसा कैसे करता है
गूगल ऐसा करता है विभिन्न तरीकों, सर्विसेस और आपके यूज के जरिए पिछले कुछ सालों से आप ही नहीं दुनिया में ज्यादातर लोगों के बारे में इकट्ठा किए जा रहे डेटा के जरिए. जितना बड़ा डेटा भंडार आज की तारीख में गूगल के पास है, वो किसी के पास नहीं होगा. खुद आप भी अपने बारे में उस तरह नहीं जानते होंगे, जितना गूगल आपको जानता होगा.

ये गूगल है, जिसकी नजर अब दुनिया में आधी से ज्यादा आबादी पर हमेशा है. उसके पास वो इतना कुछ है कि आप को अंदाज भी नहीं होगा. (Image generated by Meta AI)

ऐसा कैसे होता है
– आप गूगल पर क्या सर्च करते हैं
– किस सर्च पर कितना समय गुजारते हैं.
– कहां रोज जाते आते हैं
– क्या सर्विसेस ले रहे हैं
– आनलाइन क्या कर रहे हैं
– आनलाइन क्या पढ़ रहे हैं
– आप जो बोलते हैं, कहा जाता है कि गूगल वो भी आपके स्मार्टफोन पर अपने कई एप्स के जरिए रिकॉर्ड कर रहा होता है
– मेल पर जो लिख रहे हैं, उस पर उसकी नजर है
तो आपकी ये सारी खोज और रोज का बिहेवियर Google को आपके बारे में एक काफी बड़ी ऐसी प्रोफ़ाइल बनाने में मदद करती है, जिससे आपकी सारी पर्सनालिटी, पसंद-नापसंद, बिहेवियर और सीक्रेट्स के बारे में सबकुछ होता है. जिसके जरिए वो आपका लगातार एनालिसिस करता रहता है.

आपका आना जाना गूगल पता करता है
Google मैप और मैप जैसी सेवाएं यूजर्स की गतिविधियों और आने-जाने को ट्रैक करती हैं. ये बताती है कि आप रोज तकरीबन कितने बजे घर से निकलते हैं. कहां होते हुए कहां जाते हैं, वहां कितना समय बिताते हैं. आपका ये डेटा आपको मालूम ही नहीं कब से गूगल रिकॉर्ड कर रहा है. उससे वो आपकी सारी आदतों और रुटीन के बारे में जानता है. आप अगर कहीं जा रहे हैं और टिकट बुक कर रहे हैं तो ये भी गूगल डेटा के जरिए जान लेता है. लिहाजा मौसम की अगले कुछ दिनों की भविष्यवाणी की तरह वो भी बता देगा कि आप अगले कुछ दिनों में क्या करने वाले हैं.

उसका तंत्र ऐसा है कि वो आपके हर पल के डाटा को रिकॉर्ड करता है. उनका एनालिसिस करता है. फिर उसके जरिए आपकी एक कुंडली बनाकर अपने पास रखता है. ((Image generated by Meta AI)

आपकी हर आदत Google को पता है
बहुत से लोग रोज कई Google सेवाओं का उपयोग करते हैं – जैसे कि जीमेल, यूट्यूब और Google ड्राइव, जिससे वो हर यूजर्स इंटरैक्शन पर डेटा इकट्ठा करता है. आप जो कुछ आर्डर ऑनलाइन देता है उससे वह आपकी रुचि और व्यवहार जानता है.

गूगल कैसे आपका पूरा विश्लेषण करता है
बताया जाता है Google के एल्गोरिदम यूजर्स के बारे में इकट्ठा किए गए हर तरह के डेटा के विश्लेषण से इतने तरह की बारीक जानकारियां निकाल लेते हैं कि खुद यूजर को नहीं पता होगा कि वो खुद ऐसा है. ये बात सही है कि आज के दौर में डेटा इतना अहम है कि उसकी तमाम विविधताओं का अगर विश्लेषण करें तो वो गूगल यूजर्स की ऐसी कुंडली बना देगा कि कोई ज्योतिषी भी नहीं बता सकता है. आपकी पूरी पर्सनालिटी का वह सटीक जानकारी दे देगा.

गूगल जानता है कि आपके घर का पता क्या है. आप कहां जाने वाले हैं. आपका रूटीन क्या रहता है. ((Image generated by Meta AI)

गूगल आपके घर का पता जानता है और आपके परिवार के बारे में भी सबकुछ
गूगल आपके रोजाना आने जाने ठहरने, रोज रात गुजारने और आपके द्वारा खींची गई तस्वीरों और बातचीत के जरिए ये जानता है कि आपके घर का पता क्या है. आपके घर में कौन कौन है. आपके सीक्रेट्स क्या हैं.

आपके पूरे इलाके के बारे में सब बता देगा
गूगल के डेटा अब इतने समृ्द्ध हो चुके हैं कि वो हर इलाके के नेचर, वहां के लोगों की आदतें, उनके रुझान और बिलीव के बारे में ग्रुप में बांटकर सारी जानकारी दे सकता है

गूगल ने कहां जमाकर रखी है आपकी कुंडली
हालांकि आपके सारे डेटा Google के सर्वर्स के पास हैं लेकिन वो आपके बहुत से डेटा को Google अकाउंट सेटिंग्स में भी रखता है, जिसे आप भी देख सकते हैं. हालांकि ज्यादातर लोग इन विकल्पों का पता लगाने या गोपनीयता सेटिंग्स को उसी अनुसार एडजस्ट कराने में समय नहीं लगाते.

गूगल हमें अपनी स्वीकृति से जानता है, हमने किसी तरह गूगल को सभी तरह की पहुँच दे रखी है, चाहे वह लोकेशन के बारे में हो, सर्च हिस्ट्री के बारे में हो। जब आप गूगल पर कुछ भी सर्च करते हैं, तो वे आपका सर्च हिस्ट्री हमेशा के लिए रखते हैं। इसका मतलब है कि वे आपके द्वारा गूगल पर की गई हर खोज के बारे में जानते हैं।

– लोकेशन ट्रैकिंग बंद कर दें
– वेब और ऐप गतिविधि ट्रैकिंग बंद करें
– विज्ञापन वैयक्तिकरण बंद करें:
– गुप्त मोड का उपयोग करें
– थर्ड पार्टी एक्सेस का रिव्यू करें

दुनिया में कितने लोगों का डेटा गूगल के पास
इसका एकदम सटीक जवाब देना तो मुश्किल है लेकिन इन डेटा के जरिए शायद समझ पाएं
– वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही में इंटरनेट के दुनिया में 490 करोड़ एक्टिव यूजर्स थे, इसमें आधे गूगल के सर्च को यूज करते थे
– गूगल एंड्रायड आपरेटिंग सिस्टम पर 250 करोड़ लोग रोज एक्टिव रहते हैं
– जीमेल के दुनियाभर में 180 करोड़ सक्रिय यूजर्स हैं
– गूगल क्रोम के दुनियाभर में 260 करोड़ सक्रिय यूजर्स हैं
– यूट्यूब को महीनेभर में 200 करोड़ लोग लॉग-ऑन करते हैं
– गूगल ड्राइव को महीने में 100 करोड़ इस्तेमाल करते हैं.

क्या गूगल आपके डेटा को बेचता है
– गूगल आपके व्यक्तिगत डेटा को नहीं बेचता. उसकी प्राइवेट पॉलिसी बेशक आपके डेटा को रखने की हो लेकिन न तो वो इन्हें किराए पर देता और ना ही बेचता है.

दुनियाभर में गूगल के कितने सर्वर हैं और इनकी कितनी क्षमता है
– Google के डेटा केंद्रों की बिजली इस्तेमाल करने की क्षमता 500 और 681 मेगावाट है, जो बहुत ज्यादा है, इसे लेकर दुनियाभर में चिंता भी जाहिर की जा चुकी है.
– गूगल के सर्वर को उच्च प्रदर्शन के लिए डिज़ाइन किया गया है.
– Google अपने स्वयं के सर्वर और नेटवर्क उपकरण डिज़ाइन और निर्माण करता है
– Google के पास वैश्विक स्तर पर बड़ी संख्या में डेटा केंद्र हैं.
– Google दुनिया भर में 69 से अधिक स्थानों पर काम करता है


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