देश – मेरे कंधे पर बैठ मेरे दामाद का शिकार मत कीजिए, भूमिहार बयान पर अशोक चौधरी का नया स्टेटमेंट – #INA

नीतीश सरकार के मंत्री अशोक चौधरी को भूमिहार समाज को लेक दिए बयान पर सियासत इतनी तेज हुई कि उन्हें सफाई देना पड़ा। अशोक चौधरी को अपनी पार्टी जदयू का भी साथ नहीं मिला। नेताओं ने इस बयान से ना सिर्फ किनारा कर लिया बल्कि नीरज समेत कुछ नेताओं ने नाम लिए बगैर असहमति भी जता दी। एनडीए सहयोगी बीजेपी ने भी अशोक चौधरी के बयान पर अपना विरोध जता दिया। अब अशोक चौधरी अपने बयान से तो पीछे हटे ही अपने दामाद का नाम आगे कर दिया। कह रहे हैं कि मैंने भूमिहार समाज में अपनी बेटी की शादी की है। कुछ लोगो मेरे कंधे पर बैठ कर मेरे ही दामाद का शिकार करना चाहते हैं। पिछले दिनों जहानाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान पार्टी कैंडिडेट चंदेश्वर चंद्रवंशी की हार के लिए भूमिहार समाज को जिम्मेदार ठहराया था। कहा था कि इस समाज को मैं अच्छी तरह से जानता हूं।

पटना में मीडिया कर्मियों से बात करते हुए अशोक चौधरी ने कहा कि मैंने कभी भूमिहार समाज के लिए गलत बात नहीं की और कभी विरोध नहीं किया। इस समाज से मेरा पुराना नाता है। मेरी बेटी की शादी इसी समाज के शायन कुणाल से हुई है जो कुशोर कुणाल के बेटे हैं। अब कुछ लोग मेरे कंधे पर बैठकर मेरे ही दामाद का शिकार करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि जहां भी जाते है

लोग कहते हैं कि दामाद के लिए टिकट मांग रहे हैं। जबकि ऐसी कोई बात नहीं है। मेरा दामाद कोई कमला हैरिस या पुतिन हो गए जो इतनी चर्चा हो रही है। मेरे दामाद शायन कुणाल लॉ करके अपना फॉर्म चला रहे हैं। उन्हें वही करने दीजिए।

नीतीश के खास अशोक चौधरी के भूमिहारों पर बयान से विवाद, JDU से BJP तक उबाल

जहानाबाद में दिए बयान को लेकर उन्होंने कहा कि मैं जातिवाद नहीं करता। किसी समाज को आहत करने की मेरी मंशा भी नहीं है। लेकिन कुछ लोग पार्टी में रहते हुए पार्टी को कमजोर कर रहे हैं उनके लिए बात कही थी। अशोक चौधरी के निशाने पर जहानाबाद के पूर्व सांसद जगदीश शर्मा और उनके पूर्व विधायक बेटे थे। सफाई में अशोक चौधरी ने कहा कि मैं भूमिहार समाज के लोगों की गोद में पला और बढ़ा। मेरे पिताजी को श्रीबाबू और महेश बाबू ने पढ़ाया था। श्री बाबू ने मेरे पिताजी को 25 लाख रुपए का मुख्यमंत्री ग्रांट दिया। उन्होंने मेरे पिताजी को कहा कि पटना हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करने का आदेश दिया। अब मैंने इसी समाज में अपनी बेटी का ब्याह किया है। इस समाज से मेरा गहरा नाता है।

उन्होंने कहा कि जहानाबाद में हमने भूमिहार समाज के प्रति अच्छी बात कही। मेरे समधी किशोर कुणाल एक प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं तो मैं भूमिहार के बारे में कुछ गलत कैसे कह सकता हूं। मैंने उनके बारे में कहा था जो पार्टी में रहकर पार्टी विरोधी गतिविधि में लिप्त रहे। लोगों ने जहानाबाद में चंदेश्वर चंद्रवंशी को अति पिछड़ा बना दिया तो ललन सिंह को मुंगेर में भूमिहार बना दिया। ललन बाबू को अति पिछड़ा ने इसी भ्रम में वोट नहीं दिया जो मंडल कमीशन से लेकर समता पार्टी काल और आज तक भी नीतीश कुमार के साथ हैं। मैंने इसी भावना के खिलाफ अपनी बात कही थी।

#INA #INA_NEWS #INANEWSAGENCY
डिस्क्लेमरः यह लाइव हिंदुस्तान डॉट कॉम न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ आई एन ए टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी लाइव हिंदुस्तान डॉट कॉम की ही होगी.

Back to top button