देश- जम्मू-कश्मीर में पहले चरण में 61 प्रतिशत मतदान, 2014 से कितनी अलग है स्थिति?- #NA
जम्मू कश्मीर में मतदान.Image Credit source: PTI
जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने और केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद पहली बार विधान सभा के चुनाव हो रहे है. कल यानी 18 सितंबर को पहले चरण का मतदान संपन्न हुआ, लेकिन मतदान प्रतिशत देखकर ऐसा लग रहा है कि लोगों में खास उत्साह नहीं है. चुनाव आयोग के आंकड़ों को देखे तो पता चलता है कि इस बार भी 2014 के वोट प्रतिशत के करीब ही मतदान हुआ है.
चुनाव आयोग ने बताया है कि पहले चरण में जम्मू और कश्मीर में रात 11:30 बजे तक 61 प्रतिशत मतदान हुआ है. इसमें कुछ बढ़त देखी जा सकती है, क्योंकि ये चुनाव पीर पंजाल के दुर्गम घाटी में हुए है. इसलिए कई जगह के आंकड़े इसमें अभी तक नहीं जुड़े है. इस फेज का मत प्रतिशत 2014 के पहले फेज के मत प्रतिशत से मामूली अंतर से ज्यादा है. इस बार जिन जिलों में चुनाव हुए हैं, अगर पिछली बार से तुलना करें तो इस बार परिसीमन के बाद 2 सीटो बढ़ गई हैं. घाटी की 16 सीटों के लिए मतदान प्रतिशत कमोबेश 2014 के समान ही रहा. बुधवार को जहां 53.55 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले, वही पिछली बार यह 54.93 प्रतिशत था.पहले चरण के चुनाव में 7 जिलों के 24 विधानसभा क्षेत्र में वोटिंग हुआ है.
कहा कितने प्रतिशत मतदान
आतंकवाद से प्रभावित शोपियां में इस बार सबसे ज्यादा मतदान प्रतिशत रहा, जबकि पुलवामा में इस बार वोट प्रतिशत में मामूली गिरावट है. सबसे बड़ी गिरावट शांगस-अनंतनाग में देखी गई, जहां केवल 52.94 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले, जबकि 10 साल पहले यह आंकड़ा 68.78 प्रतिशत था. दमहल हांजीपोरा जिसे पहले नूराबाद के नाम से जाना जाता था में इस बार 68 प्रतिशत मतदाताओं ने वोट डाले, जबकि 2014 में 80.92 प्रतिशत मतदान हुआ था.
डोडा और डोडा पश्चिम में क्रमशः 70.21 प्रतिशत और 74.14 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया. परिसीमन से पहले इन क्षेत्रों में 79.51 प्रतिशत मतदान हुआ था. कोकेरनाग जो परिसीमन के बाद अनुसूचित जनजातियों के लिए आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र है, इस बार मतदान में सात प्रतिशत से अधिक की गिरावट देखी गई ..यहां केवल 58.00 प्रतिशत मतदान हुआ है. इंदरवाल खंड में इस बार 80 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि 10 साल पहले 75.72 प्रतिशत मतदान हुआ था, किश्तवाड़ में मतदान प्रतिशत 78.23 प्रतिशत से घटकर 75.04 प्रतिशत हो गया.
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