देश- UP: माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ कार्रवाई हो… संभल में हिंसा पर बोले अखिलेश यादव- #NA
अखिलेश यादव
उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर भड़की हिंसा से जबरदस्त तनाव पैदा हो गया है. इस घटना में अब तक तीन लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. हालात को देखते हुए प्रशासन ने मस्जिद के आसपास के इलाके को सील कर दिया है. मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं. वहीं इस मामले पर समाजवादी पार्टी के मुखिया ने माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि मस्जिद में सर्वे के नाम पर तनाव फैलाने की साजिश का सुप्रीम कोर्ट फौरन संज्ञान ले. इसके आगे सपा प्रमुख ने कहा कि जो अपने साथ सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के उद्देश्य से नारेबाजों को लेकर गए उनके खिलाफ शांति और सौहार्द बिगाड़ने का मुकदमा दर्ज हो. इसके साथ ही उनके खिलाफ बार एसोसिएशन भी अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई करे.
ये भी पढ़ें
सर्वे के नाम पर तनाव फैलाने की साज़िश का सर्वोच्च न्यायालय तुरंत संज्ञान ले और जो अपने साथ सामाजिक सद्भाव बिगाड़ने के उद्देश्य से नारेबाज़ों को ले गये, उनके ख़िलाफ़ शांति और सौहार्द बिगाड़ने का मुक़दमा दर्ज हो और उनके ख़िलाफ़ बार एसोसिएशन भी अनुशासनात्मक और दंडात्मक कार्रवाई pic.twitter.com/9Fj30K4aLm
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) November 24, 2024
इसके आगे समाजवादी पार्टी के मुखिया ने अपनी पोस्ट में उत्तर प्रदेश सरकार पर भी निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि
उप्र शासन-प्रशासन से न कोई उम्मीद थी, न है. उन्होंने कहा कि बिना देर किए इस पूरे मामले का संज्ञान लेकर माहौल बिगाड़ने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए.
वहीं संभल हिंसा पर जमीयत-उलेमा-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी ने भी उठाए सवाल उठाए हैं. उन्होंने हिंसा को सरकार की भेदभाव पूर्ण नीति का नतीजा बताया है. उन्होंने हिंसा के दौरान पुलिस फायरिंग में तीन मुस्लिम युवकों की मौत पर दुख जाहिर किया है. उन्होंने इस घटना के लिए राज्य सरकार और यूपी प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है. मदनी का कहना है कि जमीयत-उलेमा-हिंद किसी भी दल की हिंसा का समर्थन नहीं करती, लेकिन पुलिस की यह कार्रवाई न सिर्फ अन्यायपूर्ण बल्कि भेदभाव भी है, जिससे बेकसूर लोगों की मौत हो गई है.
जमीयत-उलेमा-हिंद की तरफ से जारी एक पत्र में मदनी ने कहा कहा कि देश का संविधान गर नागरिक को समानता, सम्मान और सुरक्षा का अधिकार देता है. ऐसे में अगर कोई सरकार किसी समुदाय के जीवन और संपत्ति को कमतर समझती है, तो ये संविधान और कानून का उल्लंघन है. इसके साथ ही मदनी ने चेतावनी दी कि मस्जिदों में मंदिर खोजने की कोशिशें देश की शांति और सौहार्द के लिए खतरनाक है. मौजूदा घटना ने इस बात को साबित किया है.
उन्होंने कहा कि संभल के लोगों ने मस्जिद के सर्वे में पहले दिन सर्वे टीम का सहयोग किया था, लेकिन आज जब टीम जा रही थी तो उनके साथ मौजूद कुछ लोगों ने भड़काऊ नारेबाजी की, जिससे हिंसा हुई. मदनी ने सवाल किया कि आखिर पुलिस ने ऐसे लोगों को मस्जिद में जाने और उकसाने की इजाजत क्यों दी.
Copyright Disclaimer :- Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.
यह पोस्ट सबसे पहले टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम पर प्रकाशित हुआ , हमने टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम के सोंजन्य से आरएसएस फीड से इसको रिपब्लिश करा है, साथ में टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम का सोर्स लिंक दिया जा रहा है आप चाहें तो सोर्स लिंक से भी आर्टिकल पढ़ सकतें हैं
The post appeared first on टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम Source link