देश – लोकतंत्र या नोट तंत्र, पंजाब में सरपंच पद की 2 करोड़ में नीलामी; चुनाव आयोग ने 24 घंटे में मांगी रिपोर्ट – #INA
पंजाब में ग्राम पंचायत चुनाव होने हैं। इस बीच, गुरदासपुर जिले के एक गांव में सरपंच पद के लिए हुई नीलामी में 2 करोड़ रुपए की बोली लगी है। इसकी खबर मिलते ही राज्य चुनाव आयोग ने इसे गंभीरता से लिया है। आयोग ने लोकतांत्रिक मानदंडों का उल्लंघन करने वाली ऐसी नीलामी पर राज्य के सभी जिलाधिकारी-सह-जिला चुनाव अधिकारियों से इस संबंध में 24 घंटे में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। पंजाब राज्य चुनाव आयुक्त राज कमल चौधरी ने बताया कि बड़ी लोकतांत्रिक परंपराओं के तहत इस तरह की प्रक्रिया के कानूनी और नैतिक परिणामों की जांच करने के लिए राज्य चुनाव आयोग की यह जिम्मेदारी बनती है कि वह इस मुद्दे के प्रति संतुलित दृष्टिकोण अपनाए।
उन्होंने बताया कि राज्य चुनाव आयोग द्वारा राज्य के सभी डिप्टी कमिश्नर-सह-जिला चुनाव अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने-अपने जिलों में ऐसी किसी भी विशेष घटना, चाहे रिपोर्ट की गई हो या प्रक्रिया में हो, की पूरी बारीकी से निगरानी करें और 24 घंटों के भीतर अपनी टिप्पणियों सहित विस्तृत रिपोर्ट आयोग को पेश करें।
50 लाख रुपए से शुरू हुई बोली, राशि गांव के विकास पर खर्च करने की बात
ये नीलामी पंजाब के गुरदासपुर के गांव हरदोवाल कलां में सरपंच पद की हुई है। हरदोवाल कलां जिले के सबसे बड़े गांवों में से एक है। यहां सरपंच पद के लिए आयोजित नीलामी की बोली 50 लाख रुपए से शुरू हुई जिसमें स्थानीय बीजेपी नेता आत्मा सिंह ने 2 करोड़ रुपए की ऊंची बोली लगाई। बोली की प्रक्रिया के बाद चेक से भुगतान करने वाले स्थानीय भाजपा नेता आत्मा सिंह ने कहा कि ग्रामीणों ने एक ऐसे सरपंच को चुनने का निर्णय लिया है जो गांव के लिए अधिकतम धनराशि देगा। उन्होंने कहा कि नीलामी की राशि गांव के विकास पर खर्च की जाएगी। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की एक समिति कोष आवंटन पर फैसला करेगी। आत्मा सिंह के पिता भी गांव के सरपंच रह चुके हैं। पंजाब में 15 अक्टूबर को पंचायत के चुनाव होंगे।
चुनाव आयुक्त से मिला आप प्रतिनिधिमंडल, कांग्रेस ने भी की निंदा
वहीं, इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल वित्त मंत्री हरपाल चीमा के नेतृत्व में राज्य चुनाव आयोग पहुंचा और चुनाव आयुक्त से अपनी चिंताएं व्यक्त कीं। चीमा ने उन रिपोर्टों पर चिंता जताई जिनमें संकेत दिया गया है कि कुछ व्यक्ति सरपंच और पंच पदों के लिए नीलामी में शामिल होकर चुनाव प्रक्रिया में हेरफेर करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह अनैतिक प्रथा न केवल हमारे लोकतांत्रिक ढांचे की पवित्रता को धूमिल करती है बल्कि सार्वजनिक प्रतिनिधित्व के सार को भी खतरे में डालती है। आप प्रतिनिधियों ने चुनाव आयोग से ऐसी किसी भी अनियमितता के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया और तुरंत जांच की मांग की।
वहीं, कांग्रेस नेता और पंजाब विधानसभा में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने भी सरपंच पद की नीलामी की निंदा की है और इसका आयोजन करने वालों के लिए जेल की सजा की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह खुला भ्रष्टाचार है। यह गलत है। मैं चाहता हूं कि जिसने भी दो करोड़ रुपए की पेशकश की है उसके खिलाफ सतर्कता ब्यूरो कार्रवाई करे।
हाई कोर्ट पहुंचा मामला, गाइडलाइंस बनाने की मांग
इस बीच, पंचायत चुनावों में सरपंचों के पदों को बेचे जाने का आरोप लगाते हुए एडवोकेट सतिंदर कौर ने पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है। याचिका में उन्होंने बताया कि यह एक तरीके से सरपंचों के पदों को बेचे जाने का मामला है और पूरी तरह से असंवैधानिक है। इसको लेकर गाइडलाइंस बनाए जाने की हाई कोर्ट से मांग की गई है। हाई कोर्ट इस मामले में गुरुवारर को सुनवाई करेगा।
(रिपोर्ट: मोनी देवी)
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