देश- Karhal By Election Result 2024 LIVE Updates: सपा के गढ़ करहल में क्या BJP खिला पाएगी कमल, थोड़ी देर में आएगा रुझान- #NA

करहल विधानसभा उपचुनाव नतीजे

मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा सीट उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल सीट है. इस सीट को सपा का गढ़ माना जाता है. 1993 के चुनाव में पहली बार इस सीट पर सपा का खाता खुला था. उसके बाद से आज तक कोई भी अन्य दल इस सीट पर अपनी पकड़ नहीं बना पाया है. इस सीट पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव के इस्तीफे के बाद उपचुनाव हो रहे हैं. अखिलेश यादव साल 2022 के आम चुनावों में यहां से जीते थे, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनावों में जीतने के बाद उन्होंने विधानसभा सीट खाली कर दी थी.

करहल विधानसभा सीट पर हो रहे उपचुनाव में वैसे तो कुल सात प्रत्याशी मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला सपा के तेज प्रताप सिंह और बीजेपी के अनुजेश प्रताप सिंह के बीच माना जा रहा है. हालांकि बसपा के डॉ. अवनीश कुमार और आजाद समाज पार्टी के प्रदीप कुमार भी पूरी ताकत के साथ चुनाव लड़ रहे हैं.

2022 में कैसा रहा था परिणाम

साल 2022 के विधानसभा चुनावों के दौरान इस सीट पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बीजेपी के एसपी सिंह बघेल के बीच कड़ा मुकाबला रहा था. हालांकि इस चुनाव में 148197 वोट पाकर अखिलेश यादव 67 हजार से अधिक वोटों से चुनाव जीत गए थे. जबकि एसपी सिंह बघेल करीब से टक्कर देने के बाद भी महज 80 हजार वोटों पर ही सिमट कर रह गए थे.

इस सीट पर पहली बार चुनाव 1957 में हुआ था. उस समय प्रजा सोशलिस्ट पार्टी के टिकट पर नाथू सिंह विधायक बने थे. उसके बाद स्वतंत्र पार्टी के टिकट पर राम सिंह 1962 में और मुंशीलाल चमार 67 व 69 में चुनाव जीत गए थे. 1974 के चुनाव में भारतीय क्रांति दल और 1977 में जनता पार्टी के टिकट पर नाथू सिंह फिर विधायक बने.

कांग्रेस पार्टी ने पहली बार इस सीट पर 1980 में अपना खाता खोला और शिवमंगल सिंह विधायक बने थे. इसके बाद लोकदल के टिकट पर 1985 में बाबूराम यादव विधायक बने और वह लगातार 1996 तक जीतते रहे.

हालांकि वह 1989 का चुनाव जनता दल के और 1991 का चुनाव जनता पार्टी के टिकट पर लड़े थे. इसके बाद 2 चुनाव वह सपा के टिकट पर जीते थे. 2002 में सपा के ही टिकट पर सोबरन सिंह यादव यहां से विधायक बने और 2017 के चुनाव तक जीतते रहे.

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