देश- उदयपुर राजघराने में विवाद के चलते DM ने जारी किया आदेश, लगाए कई प्रतिबंध- #NA

विश्वराज सिंह

उदयपुर में इस समय राजघराने में घमासान मचा हुआ, इसी के बाद अब जिला प्रशासन ने शहर में स्थित सिटी पैलेस में विवादित हिस्से के लिए रिसीवर नियुक्त किया है. साथ ही उदयपुर जिला मजिस्ट्रेट अरविंद पोसवाल ने आदेश जारी किया है. भारतीय दंड संहिता की धारा 163 के तहत उदयपुर शहर के जगदीश चौक से 500 मीटर तक की दूरी तक एक स्थान पर समूह में 5 या उससे अधिक लोगों के एकत्र होने, विभिन्न प्रकार के हथियारों का प्रदर्शन करने पर प्रतिबंध रहेगा.

अधिकारियों के अनुसार यह फैसला विश्वराज सिंह और उनके समर्थकों द्वारा पूजा स्थल धूणी के दर्शन के लिए प्रवेश करने को लेकर सोमवार रात हुए तनाव के बाद किया गया है. दरअसल, चित्तौड़ के किले में परंपरा के मुताबिक मेवाड़ के पूर्व राजघराने के सदस्य और पूर्व सांसद महेंद्र सिंह मेवाड़ के निधन के बाद 25 नवंबर को उनके बड़े बेटे विश्वराज सिंह मेवाड़ के राजतिलक की रस्म की गई. राजतिलक के बाद विश्वराज सिंह उदयपुर के सिटी पैलेस में स्थित धूणी के दर्शन करना चाहते थे, लेकिन उन्हें दर्शन नहीं करने दिए गए. ऐसे में जब ये बात विश्वराज सिंह के समर्थकों को पता चली तो उन्होंने पैलेस के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और यह प्रदर्शन बड़े बवाल में तब्दील हो गया, जिसके बाद हालात को काबू करने के लिए पुलिस को बुलाया गया.

रिसीवर किए गए नियुक्त

अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट द्वारा कल रात रिसीवर नियुक्त किए गए घंटाघर थानाधिकारी योगेंद्र कुमार व्यास ने कहा कि अब तक कब्जा नहीं लिया जा सका है. उन्होंने कहा कि मंगलवार को स्थिति नियंत्रण में रही. दूसरी ओर, विश्वराज सिंह ने कहा कि उन्हें धूणी पर जाने से रोका गया, जो उनका अधिकार है.

विश्वराज सिंह ने कहा कि वह बुधवार को एकलिंगनाथजी मंदिर जाएंगे. जिला कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने कहा कि कल रात हुई पत्थरबाजी के संबंध में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ F.I.R दर्ज कर ली गई है और उनके खिलाफ संबंधित धाराओं में कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों से बातचीत के जरिए मामले को सुलझाने की कोशिश की जा रही है. तनाव के कारण आज सिटी पैलेस के पास के बाजार भी बंद रहे.

क्यों प्रवेश से रोका गया?

महेंद्र सिंह मेवाड़ (विश्वराज के पिता) और उनके छोटे भाई अरविंद सिंह मेवाड़ के बीच विवाद है और सिटी पैलेस विश्वराज के चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ के नियंत्रण में है. बड़ी पोल से धूणी तक के हिस्से के लिए रिसीवर नियुक्त किए जाने के बाद विश्वराज सिंह सोमवार देर रात करीब 1.30 बजे धूणी के दर्शन किए बिना ही अपने निवास चले गए थे.

वहीं, चाचा अरविंद सिंह मेवाड़ के बेटे लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने मंगलवार रात कहा कि पूजा-अर्चना या दर्शन के नाम पर लोगों की जान जोखिम में डालना सही नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकारी पदों पर बैठे कुछ लोग निजी स्वार्थ के लिए प्रशासन पर दबाव बना रहे हैं और जबरन किसी के घर में घुसने की कोशिश कर रहे हैं.
लक्ष्यराज ने कहा, ऐसे हालात की संभावना थी, इसलिए हमने कई दिन पहले प्रशासन को सूचित कर दिया था. उन्होंने कहा कि पूजा-अर्चना के नाम पर लोगों को गुमराह करना ठीक नहीं है.

परंपरा के मुताबिक जाना था धूणी

सिटी पैलेस में धूणी वह जगह है जहां विश्वराज को गद्दी पर बैठने के बाद दर्शन करने जाना था. उनका धूणी के बाद उदयपुर में एकलिंगनाथ जी मंदिर जाने का कार्यक्रम था, जो अरविंद सिंह के नियंत्रण में है. रिसीवर अब क्षेत्र को अपने कब्जे में लेगा और प्रवेश के बारे में निर्णय किया जाएगा.

धूणी और एकलिंगनाथ जी मंदिर ये दोनों ही स्थान अरविंद सिंह मेवाड़ के नियंत्रण में हैं और विश्वराज को दोनों स्थानों पर प्रवेश करने से रोकने के लिए उन्होंने अपने वकील के माध्यम से सोमवार को स्थानीय समाचार पत्रों में दो सार्वजनिक नोटिस प्रकाशित करवाए थे. इनमें अतिक्रमण या संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी.

सार्वजनिक नोटिस प्रकाशित होने के बाद स्थिति को संभालने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया था. समारोह के बाद विश्वराज और उनके समर्थक बड़ी संख्या में शाम को उदयपुर पहुंचे. विश्वराज कई घंटों तक सिटी पैलेस के प्रवेश द्वार से कुछ मीटर की दूरी पर जगदीश चौक पर इंतजार करते रहे. इस दौरान उनके समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया.

पोसवाल और पुलिस अधीक्षक (एसपी) योगेश गोयल ने मामले में हस्तक्षेप किया और इसे सुलझाने के लिए विश्वराज सिंह और उनके चचेरे भाई लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ (अरविंद सिंह मेवाड़ के बेटे) से अलग-अलग कई दौर की बातचीत की, लेकिन बातचीत बेनतीजा रही. इस बीच, देर रात सिटी पैलेस के मुख्य द्वार पर पथराव शुरू हो गया. दोनों तरफ से पथराव हुआ, जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए.

तनाव बढ़ने के बाद अतिरिक्त जिलाधिकारी, उदयपुर ने सिटी पैलेस के विवादित हिस्से – बड़ी पोल से धूणी तक के लिए घंटाघर के थाना प्रभारी को रिसीवर नियुक्त किया. विश्वराज सिंह नाथद्वारा से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक हैं और उनकी पत्नी महिमा कुमारी राजसमंद से सांसद हैं.

Copyright Disclaimer :- Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing., educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

यह पोस्ट सबसे पहले टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम पर प्रकाशित हुआ , हमने टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम के सोंजन्य से आरएसएस फीड से इसको रिपब्लिश करा है, साथ में टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम का सोर्स लिंक दिया जा रहा है आप चाहें तो सोर्स लिंक से भी आर्टिकल पढ़ सकतें हैं
The post appeared first on टीवी नाइन हिंदी डॉट कॉम Source link

Back to top button