Big News: Bangladesh के खिलाफ एक्शन के मूड में भारत! तो क्या चिन्मय को अरेस्ट कर आग से खेल रही यूनुस सरकार? #INA

India-Bangladesh: बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्तापलट के बाद से हिंदू टारगेट पर हैं. कट्टरपंथी अब हिंदुओं धर्मगुरुओं को भी निशाना बना रहे हैं. इस्कॉन धर्म गुरु चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को अरेस्ट किया गया. उनको जमानत भी नहीं दी जा रही है. चिन्मय प्रभु की गिरफ्तारी के खिलाफ हिंदू समुदाय के लोग सड़कों पर हैं. भारत ने अभी शांतिपूर्ण तरीके अपना विरोध जताया, लेकिन बहुत जल्द हो सकता है कि बांग्लादेश के द्वारा किए जा रहे अत्याचार का जवाब उसे पड़ोसी देश से मिल जाए. तो क्या चिन्मय को अरेस्ट कर आग से खेल रही यूनुस सरकार?

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भारत ने जारी की प्रेस रिलीज

चिन्मय प्रभु मामले को लेकर भारत सरकार का जवाब आया. भारत सरकार ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा, ‘हमने चिन्मय कृष्ण दास जो बांग्लादेश सम्मिलित सनातन जागरण जोत के प्रवक्ता भी हैं. उनकी गिरफ्तारी और जमानत ना दिए जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की है. ये घटना बांग्लादेश में चरमपंथ तत्त्वों की ओर से हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों पर कई हमलों के बाद हुई है.’ 

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‘हिंदुओं पर हमले दुर्भाग्यपूर्ण’

प्रेस रिलीज में आगे कहा गया, ‘अल्पसंख्यकों के घरों और बिजनेस स्थलों में आगजनी लूटपाट, चोरी और तोड़फोड़ और देवता-मंदिरों को अपवित्र करने के कई मामले दर्ज हुए हैं. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि इन घटनाओं के अपराधी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं, लेकिन शांतिपूर्ण सभाओं के जरिए से वैध मांगे पेश करने वाले धार्मिक नेता के खिलाफ आरोप लगाए जा रहे हैं.’ बता दें कि इससे पहले पीएम मोदी भी बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर विरोध जता चुके हैं.

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‘चिन्मय की गिरफ्तारी का शांतिपूर्ण विरोध’

भारत सरकार ने प्रेस रिलीज में आगे कहा, ‘हम श्री दास की गिरफ्तारी के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे हैं.  अल्पसंख्यकों पर हमलों पर भी चिंता व्यक्त करते हैं. हम बांग्लादेश के अधिकारियों से हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं, जिसमें शांतिपूर्ण सभा और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उनका अधिकार भी शामिल हो.’ बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर भारत आज शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहा है, लेकिन कब तक यह संयम रहेगा ये देखना होगा.

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चिन्मय प्रभु को क्यों किया गया अरेस्ट?

चिन्मय प्रभु इस्कॉन से जुड़े हिंदू धर्मगुरु हैं, जिनको चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी के नाम से भी जाना जाता है. उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं पर होने वाले हमलों के विरोध में बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व किया था. बांग्लादेश सनातन जागरण मंच ने 25 अक्टूबर को चटगांव में एक रैली की थी. इसे चिन्मय कृष्ण दास ने भी संबोधित किया था. रैली के तुरंत बाद बीएनपी नेता फिरोज खान ने चिन्मय कृष्ण दास के खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज कराया था. उन पर राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करने का झूठा आरोप है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन पर देशद्रोह और सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का झूठा केस लगाया गया है. 

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