अमृत सरोवर का सौंदर्यीकरण और संविधान दिवस: वैशाली में विकास की नई पहल

संवाददाता-राजेन्द्र कुमार

वैशाली: आज का दिन वैशाली जिले के लिए विशेष महत्व रखता है, क्योंकि एक ओर जहां आज संविधान दिवस मनाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर उप विकास आयुक्त द्वारा मझौली पंचायत में अमृत सरोवर के सौंदर्यीकरण का निरीक्षण किया गया। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त महोदय ने सरोवर की देखभाल के लिए मनरेगा के कर्मियों को विशेष निर्देश दिए और संविधान की महत्ता पर ग्रामीणों तथा विद्यालय के छात्र-छात्राओं को संबोधित किया।

अमृत सरोवर योजना के अंतर्गत देशभर में जल निकायों का सौंदर्यीकरण और संरक्षण किया जा रहा है। इस योजना का उद्देश्य न केवल जल संरक्षण करना है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक और आर्थिक विकास को भी प्रोत्साहित करना है। मझौली पंचायत में उप विकास आयुक्त द्वारा अमृत सरोवर का निरीक्षण करते हुए यह स्पष्ट किया गया कि क्षेत्र का विकास और सौंदर्यीकरण स्थानीय लोगों की सहभागिता के बिना संभव नहीं है।

यहां पर मनरेगा के कर्मियों को सरोवर की देखभाल और रखरखाव का विशेष जिम्मा सौंपा गया है। उप विकास आयुक्त ने उन्होंने बताया कि यह सरोवर न केवल बौद्धिक और भावनात्मक रूप से समृद्धि लाएगा, बल्कि स्थानीय पारिस्थितिकी को भी सशक्त करेगा।

आज का दिन, यानी 26 नवंबर, भारतीय संविधान के अंगीकरण का दिन है। 1948 में इस संविधान को अपनाने के साथ ही भारत ने एक स्वतंत्र और लोकतांत्रिक राष्ट्र बनने की दिशा में बड़ा कदम उठाया था। उप विकास आयुक्त ने इस दिन को स्मरण करते हुए ग्रामीणों और विद्यालय के बच्चों को संविधान की महत्ता के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि संविधान केवल एक कानूनी दस्तावेज नहीं है, बल्कि यह हमारे देश की आत्मा है।

उप विकास आयुक्त ने संविधान की प्रस्तावना का वाचन किया और उसके महत्व पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने नागरिकों की जिम्मेदारियों और अधिकारों की व्याख्या करते हुए यह भी बताने का प्रयास किया कि कैसे हर नागरिक को अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए ताकि लोकतंत्र को मजबूत बनाया जा सके।

वैशाली जिले में लोगों की सकारात्मक जन भागीदारी, जागरूकता और देश के प्रति सेवा भावना की प्रशंसा की गई। उप विकास आयुक्त ने बताया कि जब नागरिक लोकतंत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हैं, तो इससे न केवल समाज में बदलाव आता है, बल्कि समाज के प्रगति पथ को भी नया आकार मिलता है।

उन्होंने ग्रामीणों को यह भी याद दिलाया कि हर व्यक्ति में लोकतंत्र के प्रति आस्था और विश्वास होना चाहिए। संविधान के अनुशासित पालन से ही समाज में व्याप्त समस्याओं का समाधान संभव है।

#### निष्कर्ष

इस दिन की दोहरी महत्वता ने वैशाली जिले में विकास और जागरूकता के प्रति एक नया ऊर्जावान संकेत दिया है। अमृत सरोवर का सौंदर्यीकरण और संविधान दिवस की सभा ने यह सिद्ध कर दिया कि जब शासन और जनता मिलकर काम करते हैं, तो विकास और प्रगति की दिशा में एक सकारात्मक बदलाव संभव है।

इस तरह के कार्यक्रम न केवल हमें अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करते हैं, बल्कि एक जिम्मेदार नागरिक का निर्माण भी करते हैं। आइए, हम सभी मिलकर इस दिशा में प्रयासरत रहें और अपने संविधान की रक्षा एवं विकास के लिए सक्रिय रूप से योगदान दें।

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