Noida – सोशल मीडिया से चुराई हाथों की लकीरें, फिंगर प्रिंट क्लोन कर खातों से उड़ाए पैसे   – #INA

Noida News :
हाथों की लकीरों में किस्तम होती है, लेकिन इन दिनों हाथों के अंगुलियों की लकीरों से ठगी भी की जा रही है। सोशल मीडिया पर आपके खूबसूरत हाथों की लकीरों में से फिंगर प्रिंट चुराकर बिना ओटीपी के ही बैंक खातों से पैसे उड़ाए जा रहे हैं। हाल-फिलहाल में नोएडा में ऐसे 10 मामले सामने आए हैं, जब सोशल मीडिया से लोगों के हाथों के फोटो में से फिंगर प्रिंट का क्लोन तैयार कर बिना ओटीपी खातों से पैसा उड़ा लिया गया। 

AEPS की खामियों का उपयोग कर रहे हैं ठग  

आधार इनेबल पेमेंट सिस्टम AEPS के जरिए पैसे निकालने, ट्रांसफर करने या भुगतान करने के लिए यूजर्स के आधार कार्ड और उनके फिंगर प्रिंट की ही जरूरत होती है। लेकिन अब ठग इसका भी फायदा उठा रहे हैं। फिंगर प्रिंट कॉपी करके आधार नंबर का इस्तेमाल करके ठगी की घटना की जा रही है। इसके जरिये कुछ ही मिनट में बैंक अकाउंट खाली किया जा सकता है। इसलिए अपने आधार और फिंगर प्रिंट को ठगों से बचाकर रखना बेहद जरूरी है।

ठगी का शिकार होने से ऐसे बचें 

AEPS सभी आधार कार्ड धारकों पर लागू होता है। ऐसे में कोई भी आसानी से स्कैम का शिकार हो सकता है। बेहद जरूरी हो जाता है कि कुछ सावधानी बरती जाएं। इनमें मुख्य रूप से अपने आधार की जानकारी किसी के साथ साझा न करें। हमेशा अपने माॅस्क आधार कार्ड का प्रयोग करें। इसमें सिर्फ आखिरी के चार अंक ही दिखाई देते हैं। इससे कोई भी आपके बैंक अकाउंट तक नहीं पहुंच पाएगा। इसके अलावा M-AADHAAR ऐप का इस्तेमाल करके आप अपने बायोमेट्रिक्स को लॉक कर सकते हैं। इससे आपका AEPS डिसेबल हो जाएगा। अपने बायोमेट्रिक डेटा को सुरक्षित रखें

सोशल मीडिया पर भी सावधानी जरूरी 

सोशल मीडिया पर अपनी अंगुलियों के निशान वाली फोटो शेयर न करें। ऐसा विशेष तौर पर उस समय होता है, जब आप मेहंदी, नई घड़ी, कड़ा या अंगूठी को दिखाने के लिए हाथ की फाेटो पोस्ट करते हैं। अपने सोशल मीडिया अकाउंट और बैंकिंग ऐप पर मजबूत पासवर्ड का इस्तेमाल करें और टू फैक्टर ऑथेंटिकेशन को इनेबल करें। अपना बायोमेट्रिक डेटा किसी के साथ शेयर न करें। जितना हो सके, बायोमेट्रिक डेटा के इस्तेमाल कम करें।

Copyright Disclaimer Under Section 107 of the Copyright Act 1976, allowance is made for “fair use” for purposes such as criticism, comment, news reporting, teaching, scholarship, and research. Fair use is a use permitted by copyright statute that might otherwise be infringing. Non-profit, educational or personal use tips the balance in favor of fair use.

सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम

Source link

Back to top button