यूपी- इंटरव्यू देकर थाइलैंड में पाई नौकरी, युवक का हो गया ऐसा हाल; जीवनभर नहीं भूल पाएगा वो ‘कांड’ – INA
बेहतर नौकरी और खुशहाल जिंदगी के सपने संजोए युवा लगातार विदेशी धरती का रुख कर रहे हैं. लेकिन एक युवक को विदेश में नौकरी ऐसा बुरा अनुभव दे गई, जिसे वह जीवनभर नहीं भूला पाएगा. युवक उत्तर प्रदेश के गाजीपुर का रहने वाला है. वह नौकरी करने थाइलैंड गया था, अब भारत लौटा है. उसने थाइलैंड की जो कहानी बताई है, वह हैरान करने वाली है.
गाजीपुर के रस्तीपुर गांव का प्रदीप कुशवाहा थाईलैंड में नौकरी करने गया था. वह वहां एक रेस्टोरेंट में काम कर रहा था, लेकिन वह बंद हो गया. इसी दौरान उसने दूसरी कंपनी में इंटरव्यू भी दिया. यहां से नौकरी दिलाने के बहाने एक युवक उसे म्यांमार ले गया. लेकिन म्यांमार आते ही उसका अपहरण हो गया. वहां से घरवालों से किडनैपर फिरौती की मांग करने लगे. परिवार के लोगों ने इसकी जानकारी भारतीय दूतावास को दी. इसके बाद भारतीय दूतावास की पहल पर प्रदीप को अपहरणकर्ताओं से छुड़ाया गया.
प्रदीप अब सकुशल भारत वापस आ चुका है. गाजीपुर में उसके परिवार वालों ने रेलवे स्टेशन पर उसका भव्य स्वागत किया. शुक्रवार को औड़िहार रेलवे स्टेशन पर उसका बाजे-गाजे के साथ ग्रामीणों ने स्वागत किया. परिजन उसे लेकर घर आए.
कैसे पहुंचा थाइलैंड?
36 वर्षीय प्रदीप इसी साल जनवरी में ऑनलाइन इंटरव्यू दिया था. इंटरव्यू में सलेक्ट होने पर वो नौकरी के लिए थाईलैंड पहुंचा था. वहां एक रेस्टोरेंट में मैनेजर के पद पर उसे काम मिला. इस बीच, अचानक से रेस्टोरेंट बन्द हो गया और प्रदीप बेरोजगार हो गया. उसके सपने अचानक से टूटते नजर आए. इसी दौरान एक शख्स ने मई में नई नौकरी दिलाने की बात कही. उसका इंटरव्यू किया और उसे लेकर म्यामांर पहुंचा. वहां चरमपंथी गुट ने उसका अपहरण कर लिया. इसके बाद अपहरणकर्ताओं ने प्रदीप से अपने कॉल सेंटर में काम कराना शुरू कर दिया. साथ ही उसके फोन से घरवालों से 8 हजार अमेरिकी डॉलर की फिरौती मांगी.
भारत सरकार की पहल पर आया भारत
किडनैपर हर दिन प्रदीप को कुछ देर के लिए वीडियो कॉल पर परिजनों से बात कराते थे, ताकि फिरौती की रकम आसानी से मिल सके. लेकिन आर्थिक अभाव के बीच परिजनों ने भारत सरकार व यूपी सरकार से प्रदीप को छुड़ाने की गुहार लगाई. इस बीच, प्रदीप को अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छुड़ाने में सरकार जुट गई. घरवालो ने बताया कि एक दिन उन्हें सूचना मिली कि प्रदीप को सकुशल छुड़ा लिया गया है और जल्द ही उसे भारत लाया जाएगा. प्रदीप 1 दिन ट्रेन से औड़िहार पहुंचा, जहां उसे लेने पहुंचे परिजन व ग्रामीणों ने बाजे-गाजे के साथ माला पहनाकर उसका स्वागत किया.
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