यूपी – UP: अर्थी पर मृत युवक का अचानक मुंह खुला, जिंदा समझ परिजन नर्सिंग होम लेकर पहुंचे,डॉक्टरों ने की मौत की पुष्टि – INA

शुक्लागंज में गंगाघाट कोतावाली क्षेत्र के मिश्रा कालोनी पक्का घाट पर रविवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब अंतिम संस्कार के लिए लाए गए युवक का मुंह अचानक खुल गया। जिंदा समझकर परिजन आनन-फानन में शव को एक नर्सिंग होम ले लगे। वहां डॉक्टरों ने कई घंटे पहले मौत होने की पुष्टि की। इसके बाद अंतिम संस्कार किया गया। वहीं, बताया जा रहा है कि अर्थी पर पड़े फूल को एक गाय नोच रही थी, तभी शव का मुंह खुल गया।

उन्नाव के पूरन नगर मोहल्ला निवासी रोहित सविता (30) कई महीने से पीलिया रोग से पीड़ित थे। रविवार की सुबह अचानक हालत बिगड़ने पर उनकी मौत हो गई। इस पर परिजन अंतिम संस्कार के लिए शुक्लागंज के मिश्रा कालोनी पक्का घाट लेकर पहुंचे। सुब्बाखेड़ा निवासी चचिया सुसर सुभाष ने बताया कि शव को अर्थी पर लेटाया गया था, तभी अचानक रोहित का मुंह खुला देखा गया और शरीर भी गर्म मिला। इस पर शव को अर्थी से उठाकर राजधानी मार्ग स्थित एक नर्सिंग लेकर पहुंचे।


वहां डॉक्टरों ने कई घंटे पहले मौत होने की पुष्टि की। इसके बाद रोहित के छोटे भाई मोहित ने अंतिम संस्कार किया। वहीं, कुछ लोगों ने घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। हालांकि अमर उजाला इसकी पुष्टि नहीं करता है। अंतिम संस्कार में सदर विधायक पंकज गुप्ता भी पहुंचे थे। जहां माजरा देख वह भी भौचक्के रह रहे।

 


कोतवाली पुलिस ने बताया कि मौके पर दो सिपाही भेजे गए थे, जिंदा होने की सूचना गलत थी। वहीं, घाट के पंडा राकेश तिवारी, मुनीम, टुन्नू गुरू ने बताया कि गले में पड़े फूल को गाय खींच रही थी, तभी मृतक का मुंह खुला और कुछ आवाज-सी लोगों को सुनाई दी।

 


डॉक्टर बोले- खिंचाव से खुला होगा मुंह
ठाकुरखेड़ा सीएचसी के डॉ. चिकित्सक रवि प्रकाश सचान ने बताया कि मृत व्यक्ति कभी जिंदा नहीं हो सकता है। हो सकता है कि गाय के फूल खींचने के दौरान गले में खिंचाव पड़ने से मुंह खुलने के साथ डकार जैसी आवाज निकली हो। यह तब होता है जब खराब वैक्टीरिया तेजी से मृत शरीर के अंगों को सड़ाने लगते है।


Credit By Amar Ujala

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