यूपी – बरेली में भेड़िये का खौफ!: जंगली जानवर ने छह लोगों को किया घायल, एक की हालत गंभीर; वनकर्मी बता रहे सियार – INA

बरेली जिले में अलग-अलग वन रेंज में वन्यजीव के हमले का सिलसिला जारी है। बीते 24 घंटे में वन्यजीव छह लोगों पर हमला कर चुका है। रविवार रात वन्यजीव ने भोजीपुरा थाना क्षेत्र के गांव लक्षमियापुर में हमलाकर एक व्यक्ति और सोमवार को शाही थाना क्षेत्र के गांव बढ़ेपुरा में तीन लोगों को जख्मी कर दिया। 

वहीं नवाबगंज क्षेत्र में वन्यजीव ने घर में घुसकर पिता-पुत्र पर हमला कर दिया, जिससे दोनों घायल हो गए। लगातार हो रहे हमलों से ग्रामीणों में भेड़िये का खौफ है, जबकि वनकर्मी सियार होने का दावा कर रहे हैं। अब तक हमला करने वाला वन्यजीव पकड़ा नहीं जा सका है। इससे ग्रामीणों में दहशत है। 

महिला को खींच ले जाने की कोशिश 

सोमवार देर शाम बढ़ेपुरा गांव की महिलाओं का समूह गांव की पूर्वी दिशा में स्थित तालाब के पास देवी के छंद गाने के लिए बैठा था। गांव के राम प्रसाद की पत्नी गुड्डी देवी चारा लेकर खेत से लौट रही थीं। इसी दौरान वन्यजीव ने गुड्डी देवी पर हमला कर दिया। उनको खींचकर ले जाने की कोशिश की। यह देखकर महिलाएं चीखीं तो वन्यजीव ने उनपर भी हमला करने की कोशिश की, लेकिन बाद में भाग गया। 

वन्यजीव ने खेत पर चारा काट रहे पूरनलाल पर हमलाकर उनको जख्मी कर दिया। गांव के छेदालाल की बकरी को उठा ले गया। अन्य बकरियों पर भी हमला किया। बकरियों को बचाने के चक्कर में छेदालाल भी जख्मी हो गए। 


पिता-पुत्र को किया जख्मी 
नवाबगंज थाना क्षेत्र की सीमा पर समुआ भानपुर में सोमवार रात करीब 10 बजे वन्यजीव ने किसान प्रेमपाल पर हमला कर दिया। प्रेमपाल घर के बाहर टॉयलेट कर रहे थे। इसी दौरान उन पर हमला हुआ। उनके चीखने की आवाज सुनकर बेटा बचाने दौड़ा तो वन्यजीव ने उस पर भी झपट्टा मार दिया। 

चीख-पुकार मचने पर वन्यजीव भाग गया। गंभीर घायल प्रेमपाल को शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं सूचना पर वन विभाग की टीम पहुंची। रातभर कॉम्बिंग की लेकिन वन्यजीव नहीं मिली। खेतों में उसके पगचिन्ह मिले हैं। ग्रामीणों का कहना है कि भेड़िये ने हमला किया है। 


भोजीपुरा क्षेत्र में भी दहशत के साये में लोग
भोजीपुरा थाना क्षेत्र के गांव लक्षमियापुर में रविवार रात वन्यजीव ने हमला कर किसान को जख्मी कर दिया। दूसरे ने वहां से भागकर जान बचाई। इसके बाद से ग्रामीणों में दहशत है। ग्रामीण वन्यजीव को भेड़िया बता रहे हैं, जबकि वनकर्मी उसे सियार कह रहे हैं। 

इससे पहले सियार के हमले में बहेड़ी रेंज के चार गांवों के 15 लोग तो आंवला रेंज के गांव देवकोला, रम्पुरा और अजुध्या में 25 लोग जख्मी हो चुके हैं। इन गांवों में वन विभाग की टीमें लगातार कॉबिंग कर रही हैं, लेकिन अब तक एक भी सियार पकड़ा नहीं जा सका है। 


लक्षमियापुर निवासी चिरंजीव सरकार रविवार रात नौ बजे खाना खाने के बाद टहलने निकला था। रास्ते में नहर की पुलिया पर बैठ गया। इसी दौरान गन्ने के खेत से निकले वन्यजीव ने उस पर हमला कर दिया। पास ही खड़े अख्तर ने भागकर जान बचाई। 

अख्तर ने बताया कि वन्यजीव ने उसे भी दौड़ाया, पर बाद में वह गन्ने के खेत में घुस गया। घायल चिरंजीव को परिजन स्वास्थ्य केंद्र ले गए, वहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। रेंजर वैभव चौधरी ने बताया कि अब तक की पड़ताल में सामने आया है कि सियार जैसा वन्यजीव हमले कर रहा है। उसे जल्द पकड़ लिया जाएगा।


Credit By Amar Ujala

Back to top button