देश – बड़े बकाएदारों को बख्शीश, छोटों पर टैक्स की मार, सुनीता दयाल ने कहा मेरे रहते ऐसा नहीं हो सकता – #NA

Ghaziabad News :
नगर निगम का राजस्व बढ़ाने के लिए मेयर सुनीता दयाल दिन रात जुटी हुई हैं। नगर निगम के बड़े बकाएदार और डिफॉल्टर उनके निशाने पर रहते हैं। बड़े- बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठान नगर निगम की कितनी रकम दबाएं बैठे हैं, आए दिन इसी गुणा भाग में लगीं मेयर सुनीता दयाल ने संपत्ति कर के साथ यूजर चार्ज की फाइल भी तलब कर लीं। पता लगा कि शहर के पांच बड़े मॉल ही नगर निगम का 80 लाख का यूजर चार्ज दबाएं बैठे हैं। मेयर ने कहा कि बड़े बकाएदारों को बख्शीश और छोटों पर टैक्स की मार, उनके मेयर रहते, ऐसा नहीं हो सकता।

ये हैं यूजर चार्ज के पांच बड़े बकाएदार

मेयर सुनीता दयाल ने बताया कि जीटी रोड स्थित ऑप्यूलेंट मॉल नगर निगम के यूजर चार्ज का 30 लाख रुपया दबाए बैठा है। चौधरी मॉल पर 12 लाख रुपये का यूजर चार्ज बकाया है। इसके अलावा गौड मॉल पर 12 लाख, मोहननगर स्थित वर्ल्ड स्कवायर मॉल पर 15 लाख और दुबई मॉल पर छह लाख रुपये का यूजर चार्ज बकाया है। इसके अलावा कई अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर भी नगर निगम का यूजर चार्ज बकाया है।

क्या है नगर निगम का यूजर चार्ज

नगर निगम शहर में डोर- टू- डोर कूड़ा कलेक्शन करने के बदले यूजर चार्ज वसूलता है। यह आवासीय संपत्तियों पर भी लागू होता है, पर व्यापारिक प्रतिष्ठानों से अधिक कूड़ा निकलने और उनका रेट कमर्शियल होने के कारण व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर ज्यादा यूजर चार्ज बनता है, लेकिन नगर निगम की ओर से इसकी वसूली में लापरवाही बरती जा रही है। यही कारण है कि बड़े- बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठान नगर निगम के यूजर चार्ज की मोटी रकम दबाए बैठे हैं।

राजस्व वसूली को रफ्तार देने के निर्देश

मेयर सुनीता दयाल ने संबंधित अधिकारियों को राजस्व वसूली तेज करने के निर्देश दिए हैं। मेयर ने इस संबंध में अधिकारियों से बाकायदा कार्ययोजना तैयार कर काम करने को कहा है। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि नगर निगम का पैसा नगर निगम के खाते में होना चाहिए ताकि शहर में रखरखाव और विकास के कार्यों को गति दी जा सके।

स्पैरो सॉफ्टटेक कंपनी भी हो रही नाकाम

नगर निगम ने यूजर चार्ज वसूलने का जिम्मा ‌एक निजी कंपनी स्पैरो सॉफ्टटेक को दे रखा है। मेयर ने कहा कि कंपनी यूजर चार्ज वसूल नहीं कर पा रही है। नगर निगम के जोनल कार्यालयों में यूजर चार्ज जमा किया जाता है, पर बड़े व्यापारिक प्रतिष्ठानों से कितनी वसूली हो पा रही है, किसी को यह ध्यान देने का होश नहीं है। यही कारण है कि संपत्ति कर के साथ ही उन्होंने यूजर चार्ज की वसूली की भी स्वयं निगरानी शुरू कर दी है।

संपत्ति कर पर छूट का आखिरी दिन

मेयर सुनीता दयाल ने शहर वासियोंं से अपील की है कि यदि उनका संपत्ति कर बकाया है तो आज ही जमा करके 10 प्रतिशत छूट का लाभ उठाएं। छूट के लिए  30 सितंबर LAST DATE है। उन्होंने बताया कि ऑनलाइन भुगतान करने पर एक प्रतिशत अतिरिक्त छूट भी संपत्ति कर पर दी जा रही है। गाजियाबाद नगर निगम की ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर संपत्ति कर का सीधे भुगतान किया जा स‌कता है।

ऑनलाइन भुगतान कैसे करें

➤ गाजियाबाद नगर निगम की वेबसाइट पर जाएं।

➤ वेबपेज के शीर्ष पर ‘Pay Tax Online’ टैब पर क्लिक करें।

➤ नीचे मांगे गए किसी भी विवरण को दर्ज करें, कैप्चा लिखें।

➤ Search बटन पर क्लिक करें।

➤ नाम, मकान नंबर एवं मोहल्ले को क्रॉस-वेरिफाई करें।

➤ ‘Pay Tax’ पर क्लिक करें।

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सौजन्य से ट्रिक सिटी टुडे डॉट कॉम

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