यूपी- 100 फर्जी कंपनियां, सरकारी खजाने को 110 करोड़ रुपये का चूना; गाजियाबाद में कैसे हुआ GST फ्रॉड? – INA
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में फर्जी कंपनियों के जरिए जीएसटी की चोरी करने वाले एक गिरोह का खुलासा हुआ है. गाजियाबाद की एक फर्म ने इस फर्जीवाड़े को अंजाम देने के लिए 100 से अधिक फर्जी कंपनियां बनाई गई थीं. इस फर्म का नाम मेसर्स एएनवीएस ट्रेडर्स है. इस फर्म ने फर्जी कंपनियों के जरिए जीएसटी विभाग को 110 करोड़ रुपए का चूना लगाया. इस मामले में मास्टरमाइंड सहित दो लोगों को अरेस्ट कर लिया गया है.
इस सिंडिकेट के सदस्यों ने लगभग 110 करोड़ रुपए के इनपुट टैक्स यानी आईटीसी का लाभ फर्जी तरीके से ले लिया था. आरोपियों ने केवल 2 साल में ही फर्जी फर्म के माध्यम से कागजों में 621 करोड़ रुपए का कारोबार कर लिया था.
मास्टरमाइंड सहित दो अरेस्ट
जीएसटी विभाग को जब इस फर्म पर शक हुआ तो उन्होंने जांच शुरू की. इसके बाद जीएसटी विभाग ने फर्म पर कार्रवाई करते हुए मास्टरमाइंड गौरव तोमर और छत्रपाल को गिरफ्तार कर लिया है. जीएसटी विभाग के आयुक्त संजय लावण्या ने बताया कि गाजियाबाद के चंद्र नगर में स्थित देवीका टावर के पते पर रजिस्टर्ड मेसर्स एएनवीएस ट्रेडर्स नाम की फर्म की जांच की गई है. जीएसटी की जांच में अब तक 110 करोड़ रुपये के गैरकानूनी आईटीसी क्लेम की जानकारी मिली है. जांच में फ्रॉड की रकम का आंकड़ा और बढ़ सकता है.
फर्जी इनवॉइस बनाते थे
जीएसटी विभाग ने जांच के दौरान पाया कि फर्म ने 2 वर्ष से अधिक समय में ही बिना किसी वास्तविक प्रोडक्शन के और बगैर सेवा दिए ही लगभग 110 करोड़ रुपए के आईटीसी का लाभ हासिल किया. इस फर्म को छत्रपाल शर्मा चला रहे थे, जिन्होंने अपनी पत्नी आशा देवी के नाम से जीएसटी का रजिस्ट्रेशन लिया हुआ था. गौरव तोमर इस रैकेट में फर्जी इनवॉइस का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है. जीएसटी विभाग की टीम ने गौरव तोमर के घर के अंदर की जांच की तो जांच में बहुत से फर्जी जीएसटी रजिस्ट्रेशन नंबरों की जानकारी मिली. इस सिंडिकेट ने एक ही मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी से बहुत से जीएसटी रजिस्ट्रेशन कराए थे.
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