यूपी- गंगोत्री से गंगा सागर, 2.5 हजार किलोमीटर का सफर; राफ्टिंग से तय कर रहीं ये 20 महिलाएं – INA

गंगा की सफाई का संदेश देने और लोगों को जागरुक करने के लिए गंगोत्री से चली बीएसएफ के 20 महिला जवानों की टोली बुधवार को बिजनौर पहुंची. तीन मोटर बोट पर सवार होकर चली यह टोली 53 दिनों में 2500 किमी का सफर तय करेगी. इस दौरान 56 शहरों व कस्बों में रूक कर यह टीम लोगों को जागरुक करेगी. उन्हें गंगा की सफाई और महिला सशक्तिकरण को लेकर जागरुक किया जाएगा. टीम के आपरेशन लीडर बीएसएफ सेकेंड इन कमांड मनोज सुंदरीयाल ने बताया कि यह टोली दो नवंबर को गंगोत्री से रवाना हुई थी.

इस टोली को केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था. चप्पू चलाकर यह टोली गंगा नदी में राफ्टिंग करते हुए बिजनौर में गंगा घाट पहुंची है. उन्होंने बताया कि यह टोली 2500 किलोमीटर की राफ्टिंग करते हुए 24 दिसंबर को डायमंड हार्बर गंगासागर पहुंचेगी. उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन बीएसएफ और नमामि गंगा परियोजना के गंगा बचाओ खुशहाली लाओ अभियान के तहत शुरू किया गया है.
इस ऑपरेशन में गंगा की साफ-सफाई के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ ही महिला सशक्तिकरण की अलख जगाने के लक्ष्य रखा गया है.

Rafting

बिजनौर पहुंची बीएसएफ के महिला जवानों की टोली

बिजनौर के चार घाटों पर किया संवाद

इसी क्रम में बीएसएफ के महिला जवानों की यह टोली गंगा नदी के किनारे पड़ने वाले सभी घाटों पर रुकेगी और वहां के लोगों को इकट्ठा कर जागरूक करेगी. इस दौरान लोगों से संवाद किया जाएगा और उन्हें गंगा नदी की महत्ता बताते हुए जलीय जीव जीवन के संरक्षण और उपयोगिता की जानकारी दी जाएगी. बिजनौर में यह टीम चार घाटों बालावाली, बिजनौर गंगा बैराज, विदुर कुटी गंगा घाट और नारनौर मकदूमपुर में लोगों से मिलेगी. उन्होंने बताया कि गंगा नदी की इस बेहद रोमांचक और साहसिक यात्रा में पहली बार बीएसएफ की महिला जवानों की टीम भाग ले रही है.

रोज 12 घंटे राफ्टिंग करती है यह टोली

यह टीम सुबह छह बजे से शाम के छह बजे तक चप्पू चलाकर राफ्टिंग करती है. टोली की लीडर प्रीया मीणा ने इस दौरान टीवी9 भारतवर्ष से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि इस ऑपरेशन के लिए सभी 20 सदस्यों ने 3 महीने की कड़ी ट्रेनिंग ली है. उन्होंने बताया कि 53 दिनों की इस यात्रा में करीब पांच लाख लोगों से संवाद किया जाएगा. इसके लिए ग्रामीणों, स्कूली बच्चों और महिलाओं के साथ खासतौर पर महिला सशक्तिकरण, एजुकेशन, संस्कृति, देश प्रेम जागरुकता गोष्ठियों का भी आयोजन होगा. वहीं गंगोत्री से गंगासागर के बीच हरिद्वार, गढ़मुक्तेश्वर,कन्नौज, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, पटना, फरक्का और कोलकाता आदि शहरों में विशेष आयोजन भी किए जाएंगे.


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