राजधानी लखनऊ में बृहस्पतिवार देर रात दिव्यांग परचून दुकानदार अर्जुन लोधी (46) की लेनदेन के चलते लाठी-डंडे से पीटकर हत्या कर दी गई। उनके भाई ने तीन लोगों पर हत्या का शक जताते हुए केस दर्ज कराया है। आरोपियों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है। घटना बख्शी का तालाब क्षेत्र में देवरी रुखारा गांव की है।
दाएं पैर से दिव्यांग अर्जुन लोधी परिवार संग रहते थे और घर पर ही दुकान चलाते थे। शाम करीब छह बजे वह साइकिल से किराना का सामान लेने लोहारन पुरवा गए थे और लौटे नहीं। देर रात टिकारी गांव में शादी समारोह से लौट रहे कुछ लोगों ने उनको सड़क किनारे खून से लथपथ देखा।
खबर पाकर घरवाले रोते बिलखते पहुंचे। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। छानबीन के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। अर्जुन के चेहरे पर चोट के गंभीर निशान थे। उनके बड़े भाई परशुराम ने गांव के मोनू ,गोविंद और मायाराम पर हत्या का शक जताते हुए केस दर्ज कराया है।
आरोपी मायाराम मांग रहा था गिरवी रखा मोबाइल
परशुराम का कहना है कि बृहस्पतिवार सुबह मायाराम ने अर्जुन के पास अपना मोबाइल फोन गिरवी रखा। रुपये लेकर जुआ खेलने चला गया। शाम को अर्जुन सामान लेने लोहारन पुरवा गए तो मायाराम, मोनू और गोविंद वहीं शराब पी रहे थे।
अर्जुन को देखते ही मायाराम ने उन्हें रोक लिया। बिना रुपये लौटाए ही गिरवी रखा मोबाइल मांगने लगा। विरोध पर आरोपी मारपीट पर उतारू हो गए। अर्जुन साइकिल लेकर भागे तो आरोपियों ने पीछा कर लिया। रास्ते में उनको पकड़ लिया। लाठी-डंडे से पीटकर हत्या कर दी।
मौत की खबर सुनते ही बेसुध हुईं पत्नी
अर्जुन की पत्नी राजवती भी दिव्यांग हैं। उन्हें सात साल की बेटी अंशिका उर्फ नेहा है। हत्या की खबर देर रात घर पहुंची तो कोहराम मच गया। राजवती बेसुध हो गईं। नेहा बार-बार पिता को याद कर रो रही थी। वहीं, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण सिर पर चोट लगना आया है।