मुरसान क्षेत्र के गांव पटाखास में 9 नवंबर की सुबह दो पक्ष में हुई मारपीट के बाद एक वृद्ध की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले में पीड़ित परिवार ने पुलिस पर आरोपियों की गिरफ्तारी न करने व उनका साथ देने का आरोप लगाया है। पीड़ित परिवार का कहना है कि परेशान होकर उन्हें घर छोड़ना पड़ रहा है।
पीड़ित का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से उनके हौसले बुलंद हैं। आरोपी उन्हें जान से मारने व बच्चों के अपहरण की धमकी दे रहे हैं। बच्चे भी डर के कारण स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। पुलिस सुनवाई न होने पर परिवार के सभी लोगों ने गांव से 25 नवंबर को पलायन किया है। 26 नवंबर को दिन भर पीड़ित परिवार के दोनों मकान बंद रहे। पशुओं को अन्य लोगों के द्वारा चारा खिलाया जा रहा है। गांव में तनाव पूर्ण शांति है और पुलिस तैनात है।
इस मामले में प्रीति पत्नी सोनपाल निवासी गांव पटाखास ने मुरसान कोतवाली में नौ नवंबर को मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें बताया था कि गांव का प्रधान पति सुभाष व उनके परिवार के अजय, विजय, अशोक राहुल और विशाल के द्वारा घर में घुसकर उसकी सास प्रेमवती को पीटा गया। सुभाष ने ससुर बादाम सिंह व सास प्रेमवती को तमंचे की बट मारकर घायल किया था।
दूसरे दिन बादाम सिंह की उपचार के दौरान मौत हो गई थी। गौर हो कि बादाम सिंह के शव को रखकर परिजनों ने अस्पताल के पास ही हंगामा किया था। हंगामा करने के बाद मुरसान पुलिस ने मारपीट और हत्या की धाराओं को बढ़ा दिया था। सादाबाद सीओ हिमांशु माथुर का कहना है कि गांव में शांति सुरक्षा बनाए रखने के लिए पुलिस तैनात है। परिवार के सदस्य कहां गये, इसका पता किया जा रहा है।